Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एनसीपी अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल के भतीजे समीर भुजबल के निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले के बाद अब एनसीपी नेता नवाब मलिक बगावत पर उतर आए हैं. उन्होंने कहा है कि वह मानखुर्द शिवाजी नगर से ही चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी के विरोध के बाद भी नवाब मलिक ने मानखुर्द शिवाजी नगर से चुनाव लड़ने और जीतने का दावा किया है.
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वो एनसीपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे या निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. लेकिन नवाब मलिक के ऐलान के बाद यह साफ है कि मानखुर्द शिवाजी नगर से मौजूदा विधायक अबू आजमी की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. गौरतलब है कि इस बार एनसीपी ने नवाब मलिक को टिकट न देकर उनकी बेटी सना मलिक को अणुशक्ति नगर से टिकट दिया है.
नवाब मलिक ने कहा है कि वह मानखुर्द शिवाजी नगर से चुनाव जरूर लड़ेंगें. उन्होंने कहा, "मैं 29 अक्टूबर को मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल करूंगा. जनता ने मुझसे यहां से चुनाव लड़ने का आग्रह किया है. मानखुर्द शिवाजी नगर में चल रही गुंडागर्दी और नशे के कारोबार से जनता बहुत परेशान है. जनता बदलाव चाहती है और मैं मानखुर्द शिवाजी नगर से चुनाव लड़ूंगा और निश्चित रूप से जीतूंगा. मुझे परवाह नहीं है कि कौन मेरा विरोध कर रहा है, जनता मेरा समर्थन कर रही है और मैं चुनाव लड़ूंगा."
बीजेपी कर रही है विरोध
मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने नवाब मलिक के चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा, "हमारा विरोध नवाब मलिक के उम्मीदवारी को लेकर है. टिकट देना नहीं देना वो उनकी पार्टी का निर्णय होगा, लेकिन इतना स्पष्ट है कि बीजेपी नवाब मलिक का प्रचार नहीं करेगी."
शिवसेना यूबीटी ने किया तंज
वहीं नवाब मलिक के मानखुर्द शिवाजी नगर से चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद शिवसेना (UBT) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा, "महायुति वाले पहले नवाब मलिक को दाऊद इब्राहिम का करीबी बताते थे और अब जब विपक्ष ने दवाब बनाया कि वो नवाब मलिक को टिकट क्यों दे रहे हैं, तो उनका टिकट रोक कर उनकी बेटी को टिकट दे दिया गया. लेकिन अब चर्चा है कि नवाब मलिक मानखुर्द शिवाजी नगर से चुनाव लड़ सकते हैं."
उन्होंने कहा, "वहां से हमारे गठबंधन के साथी अबू आजमी कल पर्चा दाखिल करेंगे. मानखुर्द में अबु आजमी के खिलाफ कोई दमदार चेहरा महायुति को मिल नहीं रहा है. ऐसे में कही ऐसा तो नहीं है कि पीछे के दरवाजे से ये लोग मदद कर रहे है? जनता सब समझती है. कितने भी तिकड़म लगा लो इस बार महायुति का जाना तय है."
NCP ने क्या कहा?
इस बीच एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने मीडिया से कहा कि, "नवाब मलिक हमारे पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. कभी-कभी कुछ बातों पर चर्चा करने के लिए हम लोग मिलते ही रहते हैं. इस मामले में अभी कुछ नहीं कहूंगा. सही समय पर सही निर्णय लिया जाएगा."
क्या कहते हैं जानकार?
वहीं राजनीति के जानकारों का मानना है कि नवाब मलिक के चुनाव लड़ने से उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. वरिष्ठ पत्रकार रवि किरण देशमुख का कहना है कि "अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से एनसीपी ने नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को उम्मीदवार बनाया है."
"अणुशक्ति नगर में नवाब मलिक का अच्छा नेटवर्क है, लेकिन नवाब मलिक खुद मानखुर्द शिवाजीनगर सीट से चुनाव लड़ना चाहते है. यहां से वो अजित पवार के पार्टी सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ सकते है, क्योंकि बीजेपी लगातार नवाब मलिक का विरोध कर रही है. ऐसे में अगर नवाब मलिक निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं फिर भी अजित पवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं."
उन्होंने कहा, "वहीं अगर मलिक निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो फिर मानखुर्द शिवाजी नगर से महायुती का उम्मीदवार कौन होगा? क्योंकि मौजूदा विधायक अबू आजमी तो इंडिया गठबंधन के साथ हैं. मानखुर्द में बीजेपी की पकड़ है नहीं, अजित पवार शायद दूसरा उम्मीदवार ना दे पाएं. इस स्तिथि में शिवसेना (शिंदे) को इस सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित करना पड़ेगा."
बता दें मानखुर्द शिवाजीनगर और अणुशक्ति नगर यह दोनों विधानसभा अगल-बगल है. एक ओर बीजेपी नवाब मलिक के बेटी के लिए प्रचार करेगी, वहीं दूसरी ओर नवाब मलिक का विरोध करेगी.