Maharashtra Politics: NCP नेता नवाब मलिक बोले, 'महाराष्ट्र में ही नहीं केंद्र में आएगी MVA की सरकार'
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस और शिवसेना न केवल महाराष्ट्र पर शासन करना जारी रखेंगी, बल्कि भारतीय जनता पार्टी को हटाकर केंद्र में भी सत्ता में आएंगी.
Maharashtra Politice: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), कांग्रेस और शिवसेना न केवल महाराष्ट्र पर शासन करना जारी रखेंगी, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हटाकर केंद्र में भी सत्ता में आएंगी. NCP के राष्ट्रीय प्रवक्ता मलिक ने शिवसेना (Shiv Sena) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) के उन दावों के मद्देनजर यह टिप्पणी की. राउत ने दावा किया था कि ‘‘कुछ लोगों’’ ने उनसे संपर्क किया था ओर उनसे महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार को गिराने में सहायता करने के लिए कहा था ताकि राज्य में मध्यावधि चुनाव हो सके.
राउत का समर्थन करते हुए मलिक ने कहा कि शिवसेना नेता ने जो कहा वह ‘‘सच’’ है और एनसीपी नेताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है. मलिक ने दावा किया, ‘‘लेकिन, यह उनका भ्रम है कि हम डर जाएंगे. वे कितनी भी कोशिश कर लें, राज्य सरकार पांच साल पूरा करेगी. यह सरकार 25 साल चलेगी. हम राज्य में सत्ता में रहेंगे और हम केंद्र में भी सत्ता हासिल करेंगे.’’
एनसीपी नेता ने भाजपा के विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के होने का भी आरोप लगाया. मलिक ने कहा, ‘‘वह एजेंसियों को निर्देश दे रहे हैं कि उन्हें किसे निशाना बनाना चाहिए. आप ईडी (Enforcement Directorate) का उपयोग करके सत्ता हथिया नहीं सकते. यह महाराष्ट्र है.’’
उन्होंने कहा कि जितनी अधिक एजेंसियां एमवीए नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करेंगी, उन्हें महाराष्ट्र के लोगों से उतना ही अधिक समर्थन मिलेगा. मलिक ने यह भी कहा कि केंद्रीय एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों को कानून के मुताबिक काम करना चाहिए न कि किसी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता के तौर पर. उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी स्थायी रूप से सत्ता में नहीं रहता है.’’
संजय राउत ने लिखा उपराष्ट्रपति को पत्र
संजय राउत ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) को लिखे एक पत्र में यह भी आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी केंद्रीय एजेंसियां उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के राकांपा और कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाने के बाद शिवसेना के नेताओं को निशाना बना रही हैं. 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री पद साझा करने के मुद्दे पर शिवसेना द्वारा दीर्घकालिक सहयोगी भाजपा के साथ संबंध तोड़ने के बाद तीनों दलों ने महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की सरकार बनाई.
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