Maharashtra News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक गोपीचंद पडलकर (Gopichand Padalkar) की महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) के खिलाफ की गयी टिप्पणी पर सोमवार (18 सितंबर) को आपत्ति जताई. एनसीपी ने सत्ता पक्ष से विधान परिषद सदस्य के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.


पडलकर ने महाराष्ट्र में धनगर समुदाय के मुद्दों पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है. जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने इस सिलसिले में उपमुख्यमंत्री अजित पवार को पत्र क्यों नहीं लिखा तो पडलकर ने जवाब दिते हुए कहा कि अजित पवार एक चालाक भेड़िये का चालाक शावक हैं और उनसे संपर्क करने की कोई जरूरत नहीं है.


'बर्दाश्त नहीं किया जाएगा'
एनसीपी नेता सुनील तटकरे ने कहा कि अजित पवार के खिलाफ पडलकर की टिप्पणी असामान्य थी और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. तटकरे ने कहा कि बीजेपी को इस शख्स के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. मैं इस संबंध में कार्रवाई की मांग को लेकर फडणवीस से मिलूंगा. एनसीपी एमएलसी अमोल मिटकारी ने कहा, ‘‘अगर पडलकर को नियंत्रित नहीं किया गया तो हमें नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा. ’’


विरोध की दी चेतावनी 
पडलकर ने एकनाथ शिंदे को लिखे अपने पत्र में धनगरों द्वारा जाट-आंदोलन जैसे विरोध की चेतावनी दी, और सरकार से समुदाय की मांगों पर एक बैठक बुलाने को कहा. पडलकर का संबंध भी इसी समुदाय से है.


क्या कहा गोपीचंद पडलकर ने?
गोपीचंद पडलकर ने कहा कि हमारे बारे में अजित पवार की भावनाए साफ़ नहीं हैं. इसलिए हमें उन्हें पत्र देने की जरूरत नहीं है. हम उन पर विश्वास नहीं करते. इसलिए मैंने उन्हें कभी कोई पत्र नहीं दिया और हमें नहीं लगता कि हमें और पत्र देने की जरूरत है. मैंने उन लोगों को पत्र दिया है जिनसे हमें न्याय मिल सकता है. एनसीपी नेता रूपाली पाटिल-थोम्बारे ने कहा, अजित पवार जनता द्वारा चुने हुए विधायक हैं. 


ये भी पढ़ें: Maharashtra: शिंदे गुट के विधायकों की अयोग्यता का मामला, संजय राउत का आरोप- 'विधानसभा अध्यक्ष जानबूझकर...'