Maharashtra Politics: 'देवेंद्र फडणवीस जिम्मेदारी निभाने में नाकाम, महाराष्ट्र में बढ़े क्राइम', सुप्रिया सुले ने बोला हमला
Supriya Sule on Devendra Fadnavis: सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है. सुले ने कहा- 'जब से वह गृह मंत्री बने हैं, महाराष्ट्र में अपराध बढ़ गया है.'
Supriya Sule Statement: बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने आलोचना करते हुए कहा कि, ''उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गृह मंत्री की जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल रहे हैं. जब से वह गृह मंत्री बने हैं, महाराष्ट्र में अपराध बढ़ गया है.'' महाराष्ट्र पुलिस में लगातार तबादले हो रहे हैं. उन्हें पारदर्शिता से काम करने की इजाजत नहीं है. 15 दिन पहले केंद्र सरकार ने नया अपराध बिल पेश किया, जिसमें फोन टैपिंग को मंजूरी दी गई है. सुले ने यह भी दावा किया कि गृह मंत्रालय पूरी तरह विफल हो गया है.
अंबेडकर परिवार के योगदान को किया याद
ABP माझा के मुताबिक, सुप्रिया सुले ने कहा, अंबेडकर परिवार ने कई वर्षों तक महाराष्ट्र और देश के सामाजिक कार्यों में बहुत योगदान दिया है. वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने भी अच्छा काम किया है. संविधान और देश को बचाने के लिए प्रकाश अंबेडकर की जरूरत है. उन्हें नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करना चाहिए. मेरा मानना है कि भारतीय मोर्चे पर भी उनकी बड़ी भूमिका रहने वाली है.' सुप्रिया सुले ने बताया कि हम सभी ने संविधान और देश की प्रगति के लिए एक साथ आने का फैसला किया है.
सीट शेयरिंग पर कही ये बात
लोकसभा चुनाव के लिए महाविकास अघाड़ी का फॉर्मूला तय हो चुका है, बस उस पर मुहर लगनी बाकी है. यह फॉर्मूला कई महीने पहले दिल्ली में तय हुआ था. सुले ने यह भी बताया कि महाविकास अघाड़ी जल्द ही सीट आवंटन को लेकर फैसला लेगी. मैं एक छोटी कार्यकर्ता हूं. सुप्रिया सुले ने यह भी कहा कि मैं फिलहाल जनसेवा और लोकसभा में भागीदारी से जुड़ी हूं.
दूसरे राज्यों में ले जाई जा रही परियोजनाएं
महाराष्ट्र में परियोजनाएं दूसरे राज्यों में स्थानांतरित की जा रही हैं. निवेश नहीं हो रहा है. यह महाराष्ट्र के साथ अन्याय है. महाराष्ट्र की ट्रिपल इंजन सरकार इस पर चुप है.
चुनाव होना चाहिए पारदर्शी
सुले ने कहा, 2024 में दुनिया भर के कई देशों में चुनाव होंगे. हमारे देश में चुनाव पारदर्शी और बिना किसी दमन के होने चाहिए. यह साल सामाजिक और राजनीतिक तौर पर बेहद अहम साल है. अगर विदेशों में ईवीएम को लेकर संदेह जताया जा रहा है तो पीएम नरेंद्र मोदी को सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस पर बात करनी चाहिए. वह सिर्फ बीजेपी के ही नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री भी हैं. सुले ने ईवीएम को लेकर कहा, नकल करके पास होने की तुलना में पढ़ाई करके पास होना हमेशा बेहतर होता है.