NCP Political Crisis: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena ) के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने मंगलवार को दावा किया कि राज्य के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को खुद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) का आशीर्वाद हासिल हो सकता है. राज ठाकरे महाराष्ट्र में अजित पवार सहित एनसीपी के नौ विधायकों के एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) नीत सरकार में शामिल होने के बारे में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा, “राज्य में जो हुआ वह बेहद घृणित है. यह महाराष्ट्र के मतदाताओं के अपमान के अलावा और कुछ नहीं है.” मनसे प्रमुख ने कहा, “महाराष्ट्र में इन सब चीजों की शुरुआत शरद पवार ने की. उन्होंने पहली बार 1978 में ‘पुलोद’ (पुरोगामी लोकशाही दल) सरकार का प्रयोग किया था. महाराष्ट्र ने पहले कभी ऐसे राजनीतिक परिदृश्य नहीं देखे थे. ये सारी चीजों पवार से शुरू हुईं और पवार पर ही खत्म हो गईं.”
राज ठाकरे का बड़ा दावा
उन्होंने दावा किया कि हालिया घटनाक्रम के पीछे खुद शरद पवार हो सकते हैं. राज ठाकरे ने कहा, “प्रफुल्ल पटेल, दिलीप वाल्से-पाटिल और छगन भुजबल उनमें से नहीं हैं, जो (अपने दम पर और शरद पवार के आशीर्वाद के बिना) अजित पवार के साथ जाएंगे.” वहीं सांसद अमोल कोल्हे ने कहा कि एनसीपी में बगावत के बाद वह बहुत असहज महसूस कर रहे थे और उन्होंने सांसद पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त करने के लिए शरद पवार से मुलाकात की. लेकिन पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात और अपने मन की बात कहने के बाद उन्होंने फैसला बदल लिया.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मुझे शपथ ग्रहण के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. जिन नेताओं ने ये फैसला लिया है वो 30 से 35 साल से राज्य की राजनीति में सक्रिय हैं. ऐसे नेता हैं जो कुछ लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए उनके बारे में बात करना उचित नहीं होगा, लेकिन मुझे उनके शपथ ग्रहण के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.