Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में पहले शिवसेना और फिर एनसीपी के बीच बगावत के बाद राज्य में राजनीति के समीकरण बदल गए हैं. इस पृष्ठभूमि में, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने धुले में एक सांकेतिक बयान दिया है जिसमें शिवसेना (ठाकरे समूह) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट का उल्लेख किया गया है. इस मौके पर उद्धव ठाकरे और बालासाहेब थोराट भी मौजूद रहे.
क्या बोले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार?
शरद पवार ने कहा, ''जो काम धुले में हो रहा है, उसे प्रोत्साहित करना चाहिए. राज्य सरकार से बात करना फिलहाल हमारे लिए थोड़ा मुश्किल है. हालांकि, किसी दिन या कल इसका कोई रास्ता निकलेगा. जब भी रास्ते उपलब्ध होंगे, राज्य सरकार को इस काम में मदद करने के लिए मजबूर करने में कोई कठिनाई नहीं होगी.
'उद्धव ठाकरे, बालासाहेब थोराट और मैं..'
शरद पवार ने कहा, "अगर उद्धव ठाकरे, बालासाहेब थोराट और मैं तय करते हैं, तो शायद महाराष्ट्र में कुछ होगा. कुछ खास कहने की जरूरत नहीं है. राजनीतिक चीजों के बजाय महाराष्ट्र की सभी सांस्कृतिक और साहित्यिक संस्थाओं और उनके खजाने को संरक्षित किया जाना चाहिए. इसके लिए, राज्य सरकार को ऐसे संगठनों के पीछे खड़ा होना चाहिए."
उद्धव ठाकरे को लेकर क्या बोले शरद पवार?
शरद पवार ने आगे कहा, “उद्धव ठाकरे को शायद पता न हो, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में अपने सीमित कार्यकाल के दौरान उनकी सरकार ने दो या तीन काम किए. मैं मुंबई मराठी लाइब्रेरी का अध्यक्ष हूं. उस संस्था को 5 करोड़ रुपये का चंदा दिया गया था. हम लोगों ने एहतियात बरतते हुए एक-दो ऐसी अच्छी संस्थाओं को राज्य सरकार की ओर से कुछ मदद दे दी है. शरद पवार ने यह भी कहा कि आज भी काम करने की जरूरत है. बता दें, महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार के इस बयान की खूब चर्चा हो रही है.