Maharashtra News: महाराष्ट्र में एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल को कैबिनेट पद नहीं दिए जाने पर पुणे में ओबीसी समुदाय के सदस्यों ने डिप्टी सीएम अजित पवार के खिलाफ कलेक्टर कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया. इस मामले पर अब एनसीपी पुणे अध्यक्ष दीपक मानकर ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, छगन भुजबल ने जीवन भर मंत्री पद अपने पास रखा. 


दीपक मानकर ने एएनआई से बात करते हुए कहा, "अभी अजित पवार को 10 मंत्री पद मिले हैं, जिसमें से उन्होंने चार पद ओबीसी समुदाय को दे दिए हैं. जिस तरह से पुणे में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए. अजित पवार का फोटो लगाकर चप्पल मार रहे हैं. इसका हम भी मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं, लेकिन दादा (अजित पवार) के कारण हम चुप हैं. यह गलत है."






'अजित पवार ने छगन भुजबल के बेटे को बनाया MLC'
उन्होंने कहा, "सिर्फ दो महीने पहले दादा ने छगन भुजबल के बेटे को एमएलसी बनाया क्योंकि उसके पास चुने जाने की क्षमता नहीं है. ऐसे में अब तुम उसका जवाब इस तरह से दे रहे हो. जब पार्टी टूटी, तो छगन भुजबल मंत्रिमंडल में आने वाले पहले व्यक्ति बने थे, तो ये सब जो हो रहा है गलत हो रहा है. पूरा महाराष्ट्र अजित पवार के साथ है, इससे कुछ फर्क पड़ने वाला नहीं है."


अलग-अलग जगहों पर हुआ विरोध
बता दें रविवार (15 दिसंबर) को देवेंद्र फडणवीस सरकार के कैबिनेट का विस्तार किया गया. इस दौरान कुल 39 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. इसमें एनसीपी अजित पवार गुट के नौ विधायकों ने भी शपथ ली. हालांकि, पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई. ऐसे में अब पुणे, नासिक समेत जगह-जगह वरिष्ठ एनसीपी नेता छगन भुजबल के समर्थक उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खिलाफ भी जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.



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