Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को कहा कि शरद पवार द्वारा पार्टी के नए अध्यक्ष के चयन को लेकर जो कमिटी बनाई गई है. वह पवार से अपना इस्तीफा वापस लेने की गुजारिश करेगी. इसके अलावा पार्टी ने सामना के संपादकीय के उस दावे का भी खंडन किया गया था कि एनसीपी के कुछ नेताओं का झुकाव बीजेपी की तरफ था.


'पार्टी के कार्यकर्ता नहीं चाहते की पवार इस्तीफा दें'


एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता नहीं चाहते कि पवार इस्तीफा दें. बता दें कि 82 वर्षीय शरद पवार ने मंगलवार को अपनी आत्मकथा 'लोक मझे संगति' के संशोधित संस्करण के मौके पर एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था, जिसका पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने विरोध किया था और उनसे अपना इस्तीफा वापस लेने की मांग की थी. पवार ने एक कमिटी भी गठित की थी जो उनके उत्तराधिकारी का चयन करेगी.


शिवसेना के दावे का किया खंडन


तापसे ने कहा कि गठित कमिटी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए कल बैठक करेगी और पवार साहब से अपना इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करेगी. सामना के दावे, कि पवार के फैसले पर रोने वाले ज्यादातर एनसीपी नेताओं का एक पैर बीजेपी में है, का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी एनसीपी एकजुट है और 2024 के लोकसभा चुनाव में एमवीए को ज्यादा से ज्यादा सीटें जिताने के लिए बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेगी.


'उत्तराधिकारी चुनने का सवाल ही नहीं उठता'


वहीं एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार को कहा कि पवार ने एमवीए के सूत्रधार थे और जब तक उनके पद छोड़ने पर अंतिम निर्णय नहीं हो जाता तब तक  पार्टी प्रमुख के रूप में शरद पवार के उत्तराधिकारी को चुनने का कोई सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि एनसीपी के नेताओं और समर्थकों ने पवार से इस्तीफा देने के फैसले को वापस लेने के लिए कई बार अपील की है लेकिन बावजूद इसके पवार अपने फैसले पर अडिग हैं.


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