Maharashtra NCP Crisis: एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के शरद पवार और अजित पवार के नेतृत्व वाले दोनों गुटों के वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को कहा कि पार्टी में कोई विभाजन नहीं है और सभी एकजुट हैं. निर्वाचन आयोग ने अजित समूह की ओर से दायर याचिका के बाद छह अक्टूबर को एनसीपी के प्रतिद्वंद्वी गुटों को व्यक्तिगत रूप से सुनवाई के लिए बुलाया है, जिसमें अजित पवार के गुट ने दावा किया है कि उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है.


एनसीपी के दोनों गुटों ने किया ये दावा
शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा, ‘‘ भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा हमारे मामले को एक राजनीतिक दल के भीतर विवाद के रूप में मानना अनुचित है, जबकि हमने लगातार कहा है कि पार्टी में कोई विभाजन नहीं है.’’ जयंत पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शरद पवार ने निर्वाचन आयोग को लिखे अपने पत्र में इस तथ्य पर जोर दिया कि उन्हें पार्टी के भीतर कभी किसी विरोध का सामना नहीं करना पड़ा. कोई विवाद नहीं है. पार्टी की ओर से किसी भी सार्वजनिक मंच पर मेरी (शरद पवार की) नीतियों का कोई विरोध नहीं किया गया है. ’’


क्या बोले छगन भुजबल?
अजित पवार के गुट वाली एनसीपी के नेता छगन भुजबल ने कहा, ‘‘यह अच्छा है, क्योंकि पार्टी में कोई विवाद नहीं है. कुछ बदलाव हुए हैं, जैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष का बदलाव....अजित पवार अब पार्टी के अध्यक्ष हैं और हमने पहले ही निर्वाचन आयोग को इस बारे में सूचित कर दिया है. ’’


शरद पवार का बयान
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने बीते महीने कहा था, पार्टी में कोई विभाजन नहीं है और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पार्टी के नेता बने रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ नेताओं ने 'अलग राजनीतिक रुख' अपनाकर एनसीपी छोड़ी है, लेकिन इसे विभाजन नहीं कहा जा सकता.


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