Maharashtra News: एनसीपी-शरद पवार गुट के सांसद अमर काले ने दावा किया कि उन्हें एक नेता द्वारा अजित पवार गुट में शामिल होने का ऑफर दिया गया. ये ऑफर अजित पवार गट के किसी बड़े नेता से नहीं था. ऑफर में कहा गया कि साढ़े 4 साल विपक्ष में रहकर लोकसभा क्षेत्र का काम नहीं होगा. सत्ता पक्ष में रहने से कई काम हो सकते हैं.
अमर काले ने कहा, "मैंने इस ऑफर के बारे में शरद पवार को बताया तो उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें पहले से पता है. अमर काले का कहना है कि अजित पवार से निजी संबंध है इसलिए बुलावा आने पर मिलने जाएंगे. लेकिन जिस विचारधारा और मुद्दों को लेकर चुनाव जीते हैं इसलिए विपक्ष में रहेंगे.''
संजय राउत के दावे ने भी बढ़ाई महायुति की परेशानी
बता दें कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के सांसद संजय राउत ने भी यह दावा किया था कि एनसीपी, शरद पवार की पार्टी को तोड़ने का प्रयास कर रही है और इतना ही नहीं उनके सांसदों को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने का लालच भी दिया जा रहा है. दरअसल, हाल ही में एनसीपी नेता अमोल मिटकरी ने कहा था कि एनसीपी-एसपी के कुछ सांसद अजित पवार के संपर्क में हैं. ऐसा ही दावा जितेंद्र आव्हाड ने भी किया था.
अजित पवार पर शरद पवार के सांसदों को तोड़ने के आरोप
महाराष्ट्र में पिछले महीने भारी बहुमत हासिल करने के बाद महायुति सरकार का गठन हो गया. सरकार में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी तीनों शामिल हैं जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी में एनसीपी-एसपी, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी है. विपक्षी विभिन्न मुद्दों पर नई सरकार को घेरने में जुटी है और सांसदों को तोड़ने का प्रयास का आरोप इस कड़ी में बिल्कुल नया है. ऐसी भी अफवाहें चल रही थी कि एनसीपी-एसपी के 8 सांसद अजित पवार गुट के सपर्क में हैं.
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