Udhhav Hindutva Remark: हिंदुत्व पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ठाकरे के बयान को लेकर उनका समर्थन करते हुए एनसीपी ने सोमवार को कहा कि सभी को अपने धर्म पर गर्व होना चाहिए, लेकिन इसके नाम पर नफरत फैलाना गलत है और शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने यही संदेश दिया है.
शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की जयंती के अवसर पर रविवार को शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवेसना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का साथ छोड़ा है, हिंदुत्व नहीं. ठाकरे ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भाजपा का अवसरवादी हिंदुत्व केवल सत्ता के लिए है. शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन बनाया था, क्योंकि वह हिंदुत्व के लिए सत्ता चाहती थी. शिवसेना ने हिंदुत्व का इस्तेमाल कभी सत्ता पाने के लिए नहीं किया.’’
इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के मंत्री एवं एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘‘हर किसी को अपने धर्म पर गर्व होना चाहिए, लेकिन एक दूसरे के खिलाफ नफरत होना नुकसानदायक है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘शिवसेना भी यही बात कहना चाहती है कि हर किसी को अपने धर्म पर गर्व होना चाहिए और उसका प्रसार करना चाहिए लेकिन एक दूसरे के खिलाफ नफरत फैलाना गलत है. मेरा मानना है कि उद्धव ठाकरे जी ने भी यही बात कही है.’’
निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए मलिक ने कहा कि धर्म के नाम पर वोट मांगना आचार संहिता का उल्लंघन है. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पिछले सात-आठ साल से निर्वाचन आयोग धर्म के नाम पर वोट मांगे जाने पर चुप है. यह निर्वाचन आयोग की लाचारी है. हमें लगता है कि आयोग को इस बारे में सोचना चाहिए, नहीं तो उसकी विश्वसनीयता समाप्त हो जाएगी.’’
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