Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन के बाद पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी की भविष्य की दिशा स्पष्ट कर दी है, वहीं कार्यकर्ता और पदाधिकारी अभी भी असमंजस की स्थिति में हैं. शरद पवार ने अपना रुख साफ करते हुए कहा, ''किसी भी हालत में बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा. भाजपा के किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। मैं लडूंगा, लेकिन विचारधारा से कभी समझौता नहीं करूंगा.''
शरद पवार ने की बैठक
पुणे शहर के एनसीपी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में पवार से मुलाकात की. उनसे बातचीत करते हुए पवार ने पार्टी की आगामी रणनीति के बारे में बताया. सांसद सुप्रिया सुले, श्रीनिवास पाटिल और डॉ. इस अवसर पर अमोल कोल्हे, शहर अध्यक्ष प्रशांत जगताप और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. उन्होंने कहा, 'राष्ट्रवादी कांग्रेस के नाम और चुनाव चिह्न को लेकर कानूनी लड़ाई चल रही है। शिवसेना को लेकर जिस तरह से चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर पार्टी और चुनाव चिह्न वापस लिया गया, उससे इनकार नहीं किया जा सकता.'
बीजेपी को देंगे समर्थन?
हालांकि, वह इस दबाव से डरेंगे नहीं. हालांकि कोई नाम और चुनाव चिह्न नहीं है, फिर भी पार्टी के उम्मीदवार चुने जाएंगे. विचारधारा से कोई समझौता नहीं होगा. इसलिए बीजेपी को समर्थन देने का सवाल ही नहीं उठता. इन शब्दों में पवार ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि संघर्ष करके सब कुछ नए सिरे से बनाया जाएगा.
अगस्त के अंत तक पुणे में बैठक
पवार अगस्त के अंत तक पुणे में बैठक करेंगे. शहर अध्यक्ष प्रशांत जगताप ने कहा कि बैठक का स्थान और समय अगले कुछ दिनों में तय किया जाएगा. चूंकि यह बैठक एनसीपी के गढ़ पुणे जिले में होगी, इसलिए इस बैठक में पवार क्या कहेंगे, इसे लेकर उत्सुकता पैदा हो गई है.