Maharashtra Politics: महाराष्ट्र (Maharashtra) के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) को पुणे (Pune) जिले का संरक्षक मंत्री नियुक्त किया गया है. बुधवार को सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde)ने संरक्षक मंत्रियों की संशोधित सूची की घोषणा की. वहीं उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को पुणे जिले का संरक्षक मंत्री नियुक्त किए जाने पर एनसीपी (Nationalist Congress Party) पार्टी कार्यकर्ताओं (अजित पवार गुट) ने जश्न मनाया.
12 जिलों में संरक्षक मंत्रियों की नियुक्ति
दरअसल, महाराष्ट्र के 12 जिलों में संरक्षक मंत्रियों की नियुक्ति की गई है. इनमें से ज्यादातर एनसीपी (अजित गुट) के मंत्री हैं. सिसासी गलियारों में चर्चा इस बात की भी चल रही है कि अजित पवार कथित तौर पर सरकार से नाराज हैं. मगंलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में भी अजित पवार नहीं पहुंचे थे. इसलिए कहा ये भी जा रहा है कि सीएम शिंदे की ओर से संरक्षक मंत्रियों की संशोधित सूचि का जो एलान किया गया, उसके जरिए अजित पवार की नाराजगी की जो खबरें चल रही हैं उन्हें खत्म करने का प्रयास किया गया है.
सरकार से नाराज चल रहे हैं अजित पवार!
बता दें कि राज्य सरकार की कैबिनेट बैठक के आलावा दिल्ली में हुई बीजेपी की केंद्रीय नेतृत्व की बैठक में भी उपमुख्यमंत्री अजित पवार शामिल नहीं हुए थे. बीजेपी की केंद्रीय नेतृत्व की बैठक में सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस शामिल हुए थे. कहा जा रहा है कि डिप्टी सीएम अजित पवार सत्ता में हुए बंटवारे से खुश नहीं हैं. अजित पवार कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हुए तो कहा गया कि उनकी तबियत ठीक नहीं है. दरअसल अजीत पवार की नाराजगी की वजहों में से एक वजह महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी भी है.
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