Eknath Shinde on RJD Statement: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी के साथ लोकसभा अध्य्क्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे. वहीं, देशभर के कई मुख्यमंत्रियों ने कार्यक्रम में शिरकत की. रविवार सुबह विधि-विधान से नई संसद का उद्घाटन किया गया. हालांकि, विपक्ष इसको लेकर लगातार विरोध जता रहा है. कांग्रेस समेत 21 पार्टियां ऐसी हैं, जो पीएम द्वारा संसद भवन का उद्घाटन किए जाने के विरोध में हैं. वहीं, सुप्रिया सुले का भी एक बयान आया, जिससे राजनीति गरमा गई. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को निमंत्रण नहीं दिया गया था, जिसपर अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पलटवार किया है. 


सीएम शिंदे ने कहा, 'संसद भवन लोकशाही का पवित्र मंदिर है. पीएम मोदी ने सभी को न्योता दिया था.' वहीं, राजद के विवादित ट्वीट पर भी सीएम शिंदे ने हमला किया है. दरअसल, आरजेडी ने एक विवादित ट्वीट करते हुए नई संसद की तुलना 'ताबूत' से कर दी है, जिसके बाद से बीजेपी और समर्थित दल हमलावर हैं. इसी कड़ी में सीएम शिंदे ने कहा, 'जो लोग संसद की तुलना ताबूत से कर रहे हैं उनको जनता जवाब देगी. उनको संसद भवन का नहीं जनता घर का रास्ता दिखाएगी.'


आरजेडी ने किया था ये विवादित ट्वीट
गौरतलब है कि आरजेडी ने रविवार सुबह अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक फोटो पोस्ट की, जिसमें एक तरफ मुर्दों को दफनाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाने वाला ताबूत बना था और दूसरी तरफ नए संसद भवन की तस्वीर थी. दोनों के आकार की तुलना करते हुए कैप्शन लिखा था, 'ये क्या है?' इसपर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि आरजेडी का ये बयान बेशर्मी का पराकाष्ठा है. 


राष्ट्रीय जनता दल के इस ट्वीट पर कई नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है और सांसद से इस्तीफे की मांग तक कर दी है. वहीं, सुशील मोदी का कहना है कि इस विवादित बयान पर तो देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए.


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