New Parliament Inauguration: 19 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बुधवार को सामूहिक रूप से बहिष्कार करने का ऐलान किया.  विपक्ष ने इस बहिष्कार की वजह बताते हुए कहा कि सरकार ने इस समारोह से राष्ट्रपति से दूर रखा है जो कि एक अशोभनीय कृत्य है और लोकतंत्र पर सीधा हमला है. विपक्ष के बहिष्कार पर महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि विपक्ष का तो यही काम है. देश की प्रगति और उन्नति तो सबके सामने है, देश को 11वें नंबर से 5वें नंबर पर लाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही जाता है.


'आने वाले समय में सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे'


इसके साथ ही सीएम ने कहा कि जनता को सब पता है, पीएम ने किसानों और महिलाओं और विद्यार्थियों के लिए जो कुछ किया है वो सबके सामने है. उन्होंने कहा कि लोकसभा के जितने भी रिकार्ड हैं वो आने वाले समय में टूट जाएंगे.


विपक्ष ने किया नए संसद भवन के उद्धाटन का बहिष्कार


बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. सभी 19 विपक्षी दलों ने सामूहिक रूप से यह कहते हुए समारोह का बहिष्कार किया है कि इस सरकार के कार्यकाल में संसद से लोकतंत्र की आत्मा को निकाल दिया गया है तथा समारोह से राष्ट्रपति को दूर रखना ‘अशोभनीय कृत्य’ एवं लोकतंत्र पर सीधा हमला है.


विपक्ष के फैसले को केंद्रीय मंत्री ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण


वहीं दूसरी तरफ सरकार ने विपक्ष के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों को अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिये. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी  ने विपक्ष से अपने फैसले पर पुर्विचार करने का आग्रह करते हुए कहा कि बहिष्कार करना और गैर मुद्दे को मुद्दा बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है मैं उनसे इस फैसले पर पुनर्विचार करने और इस समारोह में शामिल होने की अपील करता हूं.


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