कांग्रेस के संविधान बदलने के आरोप पर भड़के नितिन गडकरी, बोले- '80 बार संशोधन किया गया और आपातकाल में...'
Lok Sabha Elections 2024: नितिन गडकरी ने कहा कांग्रेस प्रचार कर रही है कि बीजेपी बाबासाहेब द्वारा लिखित भारत के संविधान को बदलने की योजना बना रही है, लेकिन संविधान को बदला नहीं जा सकता है.
Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) शुक्रवार (3 मई) को पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा जिले के मान तहसील में चुनावी सभा में गए थे. इस दौरान रैली में उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. नितिन गडकरी ने कहा कि कांग्रेस दावा कर रही है कि बीजेपी सत्ता में आई तो संविधान बदल जाएगा. मैं बता दूं भारत के संविधान की मुख्य विशेषताएं जैसे धर्मनिरपेक्षता और मौलिक अधिकारों को कोई पार्टी, नेता या संसद भी नहीं बदल सकती है.
नितिन गडकरी ने आगे कहा कि मगर जब विपक्षी दल सत्ता में था, तब उसने कई बार संविधान में संशोधन किया था. कांग्रेस यह प्रचार कर रहे हैं कि बीजेपी डॉक्टर बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा लिखित भारत के संविधान को बदलने की योजना बना रही है, लेकिन संविधान को बदला नहीं जा सकता है. गडकरी ने 1973 के केशवानंद भारती फैसले द्वारा रेखांकित प्रसिद्ध 'बुनियादी संरचना' सिद्धांत का जिक्र करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि संविधान की मुख्य विशेषताएं बोलने की स्वतंत्रता, मौलिक अधिकार, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता किसी भी नेता, पार्टी या संसद द्वारा नहीं बदला जा सकता है.
'अतीत में 80 बार संशोधन किए गए थे'
गडकरी ने कहा कि अतीत में संविधान के दूसरे भाग में 80 बार संशोधन किए गए थे और आपातकाल के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संविधान को विकृत किया था. वहीं लातूर में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'न जात पर, न बात पर, इंदिरा गांधी की बात पर, मोहर लगेगी हाथ पर, पंडित नेहरू बोले गरीबी हटाओ, इंदिरा गांधी बोलीं गरीबी हटाओ, राजीव गांधी बोले गरीबी हटाओ, फिर सोनिया गांधी आईं और बोलीं गरीबी हटाओ, राहुल गांधी आये बोले गरीबी हटाओ लेकिन किसकी गरीबी हटी?'
उन्होंने आगे कहा कि 'इसलिए मैं यही बोलता हूं कि गरीबी किसी की नहीं हटी, कुछ खास लोगों की गरीबी हटी. किसी को इंजीनियरिंग कॉलेज, बाकि को मेडिकल बाकी को D.ED कॉलेज, किसी को प्राथमिक स्कूल, शिक्षक का आधा पगार तुमको और आधा हमको और तुम्हारे पास आते ही बाबा साहब अंबेडकर करने लग जाते हैं.'