विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम नरेंद्र मोदी बोलने पहुंचे. पीएम मोदी का भाषण खत्म होने से पहले ही विपक्ष ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया. एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि हम प्रधानमंत्री को सुनना चाहते थे और बड़ी अपेक्षा से रुके हुए थे. हम चाहते थे कि वो अर्थव्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और मणिपुर के बारे में बोलें. मणिपुर में महिलाओं के साथ जो हुआ है वो उसपर बोले लेकिन डेढ़ घंटे में अपने भाषण के 90 फीसदी हिस्से में वो इंडिया (गठबंधन) पर बोले.


पीएम मोदी ने मणिपुर पर क्या कहा?


मणिपुर की घटना पर पीएम मोदी ने कहा कि वो वहां जो कुछ हुआ वो पीड़ादायक है. लेकिन ये राजनीति करने का समय नहीं है. उन्होंने सभी से अपील की कि मिलकर इसका समाधान निकालना होगा. पीएम मोदी ने कहा, "दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारें हर संभव कोशिश कर रही हैं. मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आने वाले समय में मणिपुर में शांति बहाल होगी. मैं मणिपुर की महिलाओं और बेटियों सहित मणिपुर के लोगों से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है."



कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, "जब सब कुछ उग्रवादी संगठनों की इच्छा के अनुरूप होता था तब मणिपुर में किसकी सरकार थी? मणिपुर में किसकी सरकार थी जब सरकारी कार्यालयों में महात्मा गांधी की तस्वीर को अनुमति नहीं दी गई थी, मणिपुर में किसकी सरकार थी जब स्कूलों में राष्ट्रगान की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया गया था?... उनका (विपक्ष) दर्द चयनात्मक है. वे राजनीति से परे सोच ही नहीं पाते."


विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिरा


बता दें कि पीएम मोदी के भाषण के बाद विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया गया. इसके बाद लोकसभा स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित करने का एलान किया.


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