NCP नेता ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मांगी मदद, कहा- 'सूडान में फंसे हैं मेरे गांव के 100 लोग'
Operation Kaveri: भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन कावेरी के तहत संकटग्रस्त सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने का काम किया जा रहा है. अभी तक भारतीयों का दो जत्था भारत पहुंच चुका है.
Jayant Patil News: महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने गुरुवार को कहा कि उनके गृहनगर सांगली के 100 लोग संकटग्रस्त सूडान में फंसे हुए हैं, उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से उन्हें वापस लाने का आग्रह किया. बता दें कि सूडान से भारत के लोगों को सुरक्षित वापस लाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन कॉवेरी लॉन्च किया है.
ट्वीट कर विदेश मंत्री से मांगी मदद
सऊदी अरब से 360 भारतीयों का पहला जत्था बुधवार रात दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा, जबकि भारतीय वायु सेना का एक विमान 246 भारतीयों को लेकर गुरुवार को मुंबई पहुंचा. विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनसीपी प्रमुख शरद पवार को टैग करते हुए पाटिल ने कहा, "मैं अपने गृह नगर सांगली से 100 नागरिकों को वापस लाने के लिए आपकी सहायता मांग रहा हूं. वे वर्तमान में चल रहे युद्ध के कारण सूडान में फंसे हुए हैं. वे IAF द्वारा चलाए जा रहे निकतम अभियान से 1200 किमी दूर हैं. आपसे प्रार्थना है कि मामले में हस्तक्षेप करें और उनकी मदद करें."
भारत सरकार ने तेज किए अपने यात्रियों को निकालने के प्रयास
बता दें कि लंबी बातचीत के बाद सूडानी सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच 72 घंटे के युद्धविराम की सहमति बनी थी, इसी बीच केंद्र सरकार ने सूडान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के प्रयास तेज कर दिये हैं.
ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत अपने नागरिकों को खार्तूम और अन्य अशांत क्षेत्रों से बस के माध्य से पोर्ट सूडान ले जा रहा है जहां से उन्हें भारतीय वायु सेना के भारी-भरकम परिवहन विमान और नौसेना के जहाजों के माध्यम से सऊदी अरब के शहर जेद्दा ले जाया जा रहा है. खार्तूम और पूर्ट सूडान के बीच की दूरी लगभग 850 किलो मीटर है मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए इस दूरी को तय करने में लगभग 12 से 18 घंटे का समय लग रहा है.
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