Maharashtra News: महाराष्ट्र के आदिवासी बहुल पालघर जिले में छात्रों की सेहत से खिलवाड़ करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां के दो स्कूलों में छात्रों को दूषित ब्रेकफास्ट परोसने की घटना सामने आई है. जिला परिषद और राज्य सरकार से सहायता प्राप्त कम से कम दो स्कूलों के छात्रों को दिए जाने वाले पोषण संबंधी नाश्ते में कथित तौर पर फफूंद और जीवित लार्वा पाए गए.
पालघर के जिलाधिकारी गोविंद बोडके ने घटना की पुष्टि करते हुए सोमवार (2 दिसंबर) को मीडिया को बताया कि नमूने एकत्र कर लिए गए हैं. उन्होंने प्रयोगशाला रिपोर्ट आने के बाद आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया.
हमारे बच्चों का स्वास्थ्य खतरे में है- अभिभावक
मुख्य रूप से खानिवली के आनंद लक्ष्मण चंदावर स्कूल और चिंचनी जिला परिषद स्कूल नंबर तीन से शिकायतें सामने आईं, जहां चिक्की (एक मीठा, पौष्टिक नाश्ता) दूषित मिला. अभिभावकों ने दावा किया कि नाश्ता फफूंद और जीवित लार्वा से ढका हुआ था. एक बच्चे के अभिभावक ने कहा, ''हमारे बच्चों का स्वास्थ्य खतरे में है. हम उन्हें दिए जा रहे भोजन पर कैसे भरोसा कर सकते हैं?''
पालघर में पोषणयुक्त नाश्ता या छात्रों की सेहत से खिलवाड़?
स्कूल शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करता है कि ये भोजन उस योजना का हिस्सा हों जिसका उद्देश्य वंचित छात्रों को पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराना, उनकी आहार संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद करना और स्कूल में उनकी उपस्थिति को प्रोत्साहित करना है. एक अन्य अभिभावक ने दावा किया, ''हमने बार-बार शिकायत की है, फिर भी प्रशासन हमारे बच्चों के प्रति लापरवाही बरत रहा है.''
डीएम के निर्देश पर नमूने जांच के लिए भेजे गए
पालघर के डीएम बोडके ने कहा, ''यह सच है कि पालघर जिले के कुछ स्कूलों के छात्रों को दिए जाने वाले भोजन में फफूंद और लार्वा पाए गए थे. जिला स्तर के शिक्षा अधिकारियों ने नमूने एकत्र कर विस्तृत रिपोर्ट के लिए प्रयोगशालाओं को भेज दिए हैं. हमें प्रयोगशाला द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने तक इंतजार करना होगा. रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी.''
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