Pankaja Munde Statement on Maratha Reservation: बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने पिछले सप्ताह मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान बीड और महाराष्ट्र के अन्य शहरों में हुई हिंसा की बुधवार को निंदा की और कहा कि युवाओं को हिंसा के लिए नहीं उकसाया जाना चाहिए. भविष्य में किसी भी तरह की हिंसा न करने की अपील करते हुए महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री ने कहा, ‘‘किसी भी आंदोलन को धमकी में नहीं बदलना चाहिए. अगर किसी की राय आपसे थोड़ी अलग है तो उसे भयभीत नहीं करना चाहिए.’’
पंकजा मुंडे ने कही ये बात
उन्होंने कहा, ‘‘अगर युवाओं को ऐसे रास्ते (हिंसा के रास्ते) की ओर धकेला जाएगा तो आरक्षण मिलने के बाद भी उनका भविष्य सुरक्षित नहीं रहेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह घटना खुफिया तंत्र की विफलता थी. एक विशेष जांच दल द्वारा समयबद्ध जांच की जानी चाहिए.’’
पंकजा मुंडे ने की ये मांग
बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान अपने गृह जिले बीड में हुई हिंसा पर निराशा व्यक्त की और कहा कि समुदाय और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के बीच दरार पैदा करने के सभी प्रयास बंद होने चाहिए. हिंसा की जांच की मांग करते हुए उन्होंने कहा, “जिस हिंसा के कारण विधायकों के घरों में आग लगा दी गई और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर हमले हुए, उसकी गहन जांच की जानी चाहिए. अगर कोई दुश्मनी पैदा करने और मराठों और ओबीसी को आपस में लड़ाने की कोशिश करेगा तो यह काम नहीं करेगा. ऐसे प्रयासों को तुरंत रोका जाना चाहिए. मंत्री छगन भुजबल के जिले के दौरे के बाद राज्य के पूर्व मंत्री ने बीड में उन जगहों का भी दौरा किया जहां हिंसा हुई थी. बता दें, मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जरांगे ने समाधान के लिए महाराष्ट्र सरकार को दो महीने का वक्त दिया है.