Parbhani Voilence: मध्य महाराष्ट्र के परभणी शहर में भारतीय संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त करने के विरोध में बुधवार को दूसरे दिन भी हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ. इसके बाद वहां धारा 144 लागू कर दी गई. वहीं अब परभणी में हालात कैसे हैं, इसको लेकर वहां के डीएम रघुनाथ खांडू ने जानकारी दी है. उन्होंने ये भी बताया कि इस मामले में अभी तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.


परभणी के डीएम रघुनाथ खांडू गावड़े ने बताया, "एसपी और मैं वहां गए और वहां के कार्यकर्ताओं को समझाया और बाबासाहेब अंबेडकर और संविधान की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. 10 दिसंबर को यह सब शांतिपूर्ण तरीके से हुआ. लेकिन बुधवार (11 दिसंबर) को वे एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन करने वाले थे, लेकिन दोपहर 12-12.30 बजे के बाद, कई स्थानों पर सड़कें जाम कर दी गईं और कुछ स्थानों पर आगजनी भी हुई. पथराव भी हुआ. उसके बाद, पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े."


'नियंत्रण में कानून व्यवस्था'
डीएम गावड़े ने आगे बताया, "इसके बाद पुलिस ने लगभग 50 लोगों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई. शहर में एसआरपीएफ की टुकड़ी भी मौजूद है, पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती है. इसलिए, अभी कानून व्यवस्था नियंत्रण में है. कोई समस्या नहीं है. इस दौरान 5 से 6 पुलिस कर्मियों को मामूली चोटें आईं, कुछ पुलिस वाहनों को भी नुकसान पहुंचा, निजी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा. हमने पंचनामे के लिए 8 टीमें बनाई हैं. प्रक्रिया शुरू हो गई है."


'चेंबर में घुस आईं महिलाएं'
उन्होंने आगे बताया, "मुख्य आरोपी को 10 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. वह पुलिस की हिरासत में है. अगर इसके पीछे कोई है तो पुलिस इसकी जांच कर रही है. सख्त कार्रवाई की जाएगी. करीब 100 महिलाएं और लड़कियां मेरे चैंबर में घुस आईं. यहां व्यवस्था थी लेकिन हम महिलाओं पर बल प्रयोग नहीं कर सकते थे, इसलिए हमारी टीम ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वे हमारी बात सुनने को तैयार नहीं थीं. उन्होंने मेरी कुछ कुर्सियां ​​और फाइलें तोड़ दीं. पर्याप्त पुलिस बल के यहां पहुंचने के बाद उन्हें बाहर निकाला गया."


'फुटेज और वीडियो मौजूद'
डीएम ने बताया, "पुलिस के पास बहुत सारे सबूत, सीसीटीवी फुटेज और वीडियो हैं और उनकी सावधानीपूर्वक जांच और उचित जांच के बाद ही कार्रवाई की जा रही है. जो लोग इसमें शामिल नहीं थे उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है. उचित जांच के बाद ही कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल यहां के एसपी मामले को देख रहे हैं और डीआईजी नांदेड़ भी यहां कैंप कर रहे हैं. उनकी निगरानी में जांच हो रही है."


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