संसद में धक्का-मुक्की पर प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं, 'मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा था कि...'
Parliament Scuffle: प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि संसद में जिस तरह का माहौल बनाया गया उसका मकसद यही था कि किसी तरह से धक्का-मुक्की हो और सत्ता पक्ष विक्टिम कार्ड खेले.
Maharashtra News: संसद में गुरुवार (19 दिसंबर) हुआ धक्कामुक्की कांड तूल पकड़ता जा रहा है. जहां इंडिया गठबंधन ने एनडीए सांसदों पर संसद में नहीं जाने दिए जाने का आरोप लगाए, वहीं एनडीए का आरोप है कि राहुल गांधी ने बीजेपी के सांसदों के साथ धक्कामुक्की की, जिसकी वजह से उनको गंभीर चोट आई है. वहीं इस पूरे मामले शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी पर निशाना साधा है.
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा था कि मुझे ऐसे भी दिन देखने पड़ेंगे कि सत्ता पक्ष ऐसे अपनी जवाबदेही से भागेगा और लाठियों पर पोस्टर्स लगाकर हुड़दंगबाजी करेगा. इसके दो कारण हैं. एक तो ये कि गृहमंत्री अपने आप को इतना पावरफुल मानते हैं कि वे माफी नहीं मांगते हैं, देश के करोड़ों लोगों को चोट पहुंची जिस तरह से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बारे में बात की है."
संसद में जिस तरह का माहौल बनाया गया उसका मकसद यही था कि किसी तरह से धक्कामुक्की हो और ये (सत्ता पक्ष) विक्टिम कार्ड खेले. हमने भी संसद के मकर द्वार पर प्रदर्शन किया है लेकिन जब कोई सत्ता पक्ष का सांसद आता है तो हम उन्हें गरिमापूर्वक जाने देते हैं, लेकिन आज हमें जानें नहीं दिया गया. सीआईएसएफ कहती रही कि इन्हें जाने दीजिए लेकिन हमें जाने नहीं दिया गया.
'प्रियंका गांधी के साथ हुई धक्कामुक्की'
मैंने देखा वहां किस तरह प्रियंका गांधी के साथ धक्कामुक्की हुई और मल्लिकार्जुन खरगे भी अपना बैलेंस बनाते दिखाई दिए. उनके चोट आई है. अगर दोनों पक्ष विरोध कर रहे हैं तो थोड़ी तो मर्यादा रखनी चाहिए.
'राहुल गांधी पर लगे आरोप गलत'
राहुल गांधी पर लगे आरोप पर प्रियंका गांधी ने कहा कि सीसीटीवी जारी कर दीजिए, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. क्योंकि ऐसी घटना हुई ही नहीं है. राहुल गांधी ने महिला सांसद से कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है. अगर ऐसा होता तो मैं सबसे पहले इसका विरोध करती.
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