Maharashtra News: अजित पवार (Ajit Pawar) गुट की एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया है. प्रफुल्ल पटेल, उन नेताओं में रहे हैं जिन्होंने पिछले साल शरद पवार (Sharad Pawar) से बगावत कर दी थी. प्रफुल्ल पटेल केंद्र की यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं. उन्हें अजित पवार का बेहद करीबी माना जाता है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में राज्यसभा की छह सीटें खाली हो रही हैं. सत्तारूढ़ गठबंधन की बीजेपी ने तीन, शिवसेना ने एक और एनसीपी ने भी एक उम्मीदवार का एलान कर दिया है. 15 फरवरी को नामांकन का आखिरी दिन है और अजित पवार की पार्टी ने ठीक एक दिन पहले उम्मीदवार के नाम का एलान किया. 


बीजेपी ने अशोक चव्हाण, मेधा कुलकर्णी और अजित गोपछड़े को मौका दिया है जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने मिलिंद देवड़ा को उम्मीदवार बनाया है. वह कुछ दिन पहले ही शिवसेना से जुड़े हैं. वहीं, अशोक चव्हाण को बीजेपी ने ज्वाइन करने के 48 घंटे के भीतर कैंडिडेट बना दिया गया. जिस वजह से कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाना पटोले ने कहा कि यह बहुत हैरान करने वाली बात है कि अपने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दूसरी पार्टी से आयात किए गए नेताओं को बीजेपी महाराष्ट्र में चुनाव लड़ाना चाहती है.


सत्तारूढ़ पार्टी के विधानसभा में संख्या बल को देखा जाए तो इसे पांच सीटें आसानी से मिल जाएंगी. महाराष्ट्र के विधानसभा सदस्यों के आंकड़े के लिहाज से यहां से एक राज्यसभा उम्मीदवार को जीतने के लिए 42 विधायकों का सपोर्ट चाहिए. ऐसे में अगर विपक्षी कांग्रेस की बात करें तो इसके दो विधायक निकल चुके हैं तो इसके पास ठीक 42 विधायक ही हैं जिससे वह कम से कम एक नेता को राज्यसभा भेज सकती है. 


इन नेताओं को पूरा हो रहा कार्यकाल
महाराष्ट्र से इस साल बीजेपी के प्रकाश जावड़ेकर, नारायण राणे, वी मुरलीधरन, कांग्रेस के कुमार केतकर, उद्धव ठाकरे की पार्टी से अनिल देसाई और शरद पवार के गुट वाली एनसीपी से वंदना चव्हाण का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. एनसीपी और शिवसेना के विभाजन होने के कारण शरद पवार गुट और उद्धव ठाकरे  गुट को झटका लगा है. 


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