Prakash Ambedkar Statement on Chhagan Bhujbal: वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के नेता प्रकाश आंबेडकर ने शनिवार को आरोप लगाया कि छगन भुजबल जैसे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के नेता मंडल आयोग आंदोलन के दौरान 'कमंडल' के पक्ष में थे और उन्होंने आयोग की सिफारिशों का विरोध किया था. बी. आर. आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने यहां संविधान सम्मान रैली में कहा, “भुजबल या प्रकाश शेंडगे जैसे मौजूदा ओबीसी नेताओं को मेरे रास्ते में नहीं आना चाहिए. आप मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग का विरोध करते हुए कमंडल (1990 के दशक की हिंदुत्व की राजनीति के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द) के साथ थे.”
क्या बोले आंबेडकर?
आंबेडकर की ये टिप्पणियां अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर कार्यकर्ता मनोज जारंगे के नेतृत्व में मराठा समुदाय के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में आई हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल समेत अन्य ओबीसी नेताओं ने इस मांग का विरोध किया है. अम्बेडकर की टिप्पणियां अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर कार्यकर्ता मनोज जारंगे के नेतृत्व में मराठा समुदाय के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में आईं है.
जरांगे पर साधा निशाना
वीबीए नेता ने जारांगे को बयान देते समय सतर्क रहने को कहा है. अंबेडकर ने कहा, “मेरे पास मनोज जारांगे के लिए कुछ सलाह है. हाल ही में उनके द्वारा की गई कुछ टिप्पणियां संभावित रूप से उनकी अब तक जुटाई गई गति को खराब कर सकती हैं. किसी भी सलाहकार की बात मत सुनो.”
बता दें जरांगे ने हाल ही में कहा था कि मराठों को अयोग्य लोगों के अधीन काम करना पड़ता है.
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