Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में INDIA गठबंधन का विस्तार, प्रकाश आंबेडकर की पार्टी को MVA में किया गया शामिल
Prakash Ambedkar: प्रकाश आंबेडकर की पार्टी VBA को महाविकास अघाड़ी (MVA) में शामिल किया गया है. इस बात की जानकारी संजय राउत ने दी है.
MVA Alliance VBA: प्रकाश आंबेडकर की पार्टी को महाविकास अघाड़ी में शामिल कर लिया गया है. आंबेडकर की पार्टी का नाम वंचित बहुजन अघाड़ी है. इस बात की जानकारी शिवसेना (UBT) के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने दी है. वंचित बहुजन अघाड़ी को महाविकास आघाड़ी में शामिल किए जाने के बाद शिवसेना UBT सांसद संजय राउत ने सोशल मीडिया पर कहा, वंचित बहुजन अघाड़ी को महाविकास आघाड़ी में शामिल किया. 2 फरवरी के दिन महाविकास आघाड़ी की बैठक होनी है. उस दिन प्रकाश आंबेडकर महा विकास आघाड़ी के बैठक में शामिल होंगे. संजय राउत ने आगे लिखा कि देश का संविधान खतरे में है... हमें साथ मिलकर इसे बचाना होगा.
संजय राउत ने दी जानकारी
"Today Vanchit Bahujan Aghadi has joined Mahavikas Aghadi. Prakash Ambedkar will participate in the Mahavikas Aghadi next round of meeting on February 2..," tweets Shiv Sena (UBT) MP Sanjay Raut. pic.twitter.com/yte5SmKpQk
— ANI (@ANI) January 30, 2024
नाना पटोले, जयंत पाटिल और संजय राउत की तरफ से जारी किया गया साझा पत्र
पत्र में कहा गया है, 'देश बेहद गंभीर स्थिति से गुजर रहा है. महान लोकतांत्रिक परंपरा वाला देश तानाशाही की ओर बढ़ता जा रहा है. डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर ने भारत को महान संविधान दिया. व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र की वकालत की. आज यह सब पैरों तले रौंदा जा रहा है. लोगों को आशंका है कि साल 2024 में अगर देश में अलग नतीजे आए तो ये शायद आखिरी चुनाव होगा. हम जानते हैं कि इस स्थिति को बदलने और राज्य और देश में बदलाव लाने के लिए महाविकास अघाड़ी की स्थापना की गई थी.'
आगे कहा गया है, 'आप खुद देश की तानाशाही के खिलाफ लड़ रहे हैं. हम इसके लिए आपको धन्यवाद देते हैं. हमारा रुख है कि वंचित बहुजन अघाड़ी को आधिकारिक तौर पर महाविकास अघाड़ी में शामिल होना चाहिए. आपके सुझाव के अनुरूप 30 जनवरी को मुंबई में आयोजित महाविकास अघाड़ी की बैठक में वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी इस बात पर सहमत हुए हैं कि वंचित बहुजन अघाड़ी को महा विकास अघाड़ी में शामिल होना चाहिए, और तदनुसार वंचित बहुजन अघाड़ी को महा विकास अघाड़ी में शामिल किया गया है.'
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