प्रशांत किशोर (पीके) ने माना कि महाराष्ट्र के नतीजों से पहले उन्होंने जो 'भविष्यवाणी' की थी वो गलत हो गया. उन्होंने कहा कि नंबर में नहीं पड़ना चाहिए था. उन्होंने कहा कि आप हमेशा सीखते हैं. बीजेपी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में समझ में आता है कि बीजेपी ने बहुत जोड़ तोड़ की. सेटिंमेंट निगेटिव है. इतिहास देखें तो विदर्भ कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था. हर कोई ये कह रहा था कि महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन अच्छा करेगी. इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने ये बाते कही.


कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी


बता दें कि महाराष्ट्र के लोकसभा चुनाव नतीजों में राज्य की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस बन गई है. महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं. इसमें से कांग्रेस ने 13 सीटों पर जीत हासिल की है. कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है जिसने नतीजों में दहाई का आंकड़ा पार किया. इस चुनाव में कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा. 


उद्धव ठाकरे और शरद पवार को कितनी सीटें?


कांग्रेस के सहयोगी दलों की बात करें तो उद्धव ठाकरे की पार्टी को नौ सीटों पर जीत हासिल हुई. वहीं शरद पवार की पार्टी को आठ सीटों पर जीत मिली. हालांकि, कांग्रेस का वोट शेयर बीजेपी से कम है.


किस पार्टी को कितने वोट शेयर?


महाराष्ट्र के लोकसभा चुनाव नतीजों में वोट शेयर के मामले में बीजेपी सबसे अव्वल है. पार्टी को 26.18 फीसदी वोट शेयर मिले. कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही. कांग्रेस को इस चुनाव में 16.92 फीसदी वोट शेयर मिले. वहीं उद्धव ठाकरे की पार्टी को लोकसभा चुनाव में 16.72 फीसदी वोट मिले हैं. शरद पवार की पार्टी की झोली में 10.27 फीसदी वोट शेयर गए हैं. सीएम एकनाथ शिंदे की पार्टी को 12.95 फीसदी और अजित पवार की पार्टी को 3.60 फीसदी वोट मिले हैं. 


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