Prithviraj Chavan On Mahayuti Govt: महाराष्ट्र के पूर्व CM और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने शनिवार (31 अगस्त) को कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का गिरना महाराष्ट्र पर एक धब्बा है. उन्होंने ये भी कहा कि यह सरकार के भ्रष्ट आचरण को दर्शाता है. 


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस की एक बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस नेता राज्य की महायुति सरकार पर महाराष्ट्र को पूर्ण दिवालियापन की ओर धकेलने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि राज्य की प्रति व्यक्ति आय लगातार घट रही है.


शुक्रवार को पालघर की अपनी यात्रा के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने से आहत लोगों से माफी मांगी. ये प्रतिमा 26 अगस्त को गिर गई थी. इस 35 फुट की संरचना वाली प्रतिमा का अनावरण पीएम मोदी ने 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर किया था.


पीएम मोदी की माफी के बारे में बोलते हुए, चव्हाण ने कहा, ''यह एक राजनीतिक और सशर्त माफी थी. मूर्ति का निर्माण कांस्य से किया जाना था, लेकिन इसकी जगह एक थ्री डी प्रिंटेड मूर्ति का इस्तेमाल किया गया और इसे नट और बोल्ट से ठीक किया गया. कलाकार अनुभवहीन था. यह ढहने की घटना राज्य की प्रतिष्ठा पर एक धब्बा है. दोषियों की पृष्ठभूमि चाहे जो भी हो, इन लोगों को उनके कर्मों की सजा मिलनी चाहिए.''


राज्य की वित्तीय स्थिति पर उन्होंने बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी की महायुति सरकार की आलोचना की. उन्होंने दावा किया कि राज्य पूरी तरह से दिवालियापन का सामना कर रहा है. पिछले एक दशक में, इसकी प्रति व्यक्ति आय में लगातार गिरावट आई है. COVID-19 महामारी के कारण, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पिछली सरकार इस मुद्दे को प्रभावी ढंग से संबोधित नहीं कर सकी.


उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य के वित्त मंत्री ने भी राज्य विधानमंडल के हालिया सत्र के दौरान राज्य की प्रति व्यक्ति आय में पर्याप्त कमी को स्वीकार किया है. जब से बीजेपी एक दशक पहले सत्ता में आई है, उसने राज्य में कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाला है. उन्होंने कहा कि ये सरकार ने पिछले 10 साल तुच्छ राजनीति में बर्बाद कर दिए हैं.


विधानसभा चुनावों को लेकर चव्हाण ने कहा, ''कांग्रेस राज्य में कुछ समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ बातचीत कर रही है और राज्य चुनावों से पहले एजेंडा को अंतिम रूप देने से पहले उनके इनपुट मांग रही है. हमने आज मुंबई में अपनी पहली बैठक की.


उन्होंने ये भी कहा कि अगले कुछ दिनों में पुणे और नागपुर में भी इसी तरह की बैठक होगी ताकि और संगठन भाग ले सकें और अपने इनपुट दे सकें. हम एजेंडा को अंतिम रूप देने से पहले शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) के साथ अपनी अवधारणाओं पर भी चर्चा करेंगे.


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