Maharashtra News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan) ने यह दावा कि हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद  सत्ता में परिवर्तन देखेगा. इसका असर केंद्र में बीजेपी नीत सरकार की स्थिरता पर भी पड़ेगा. गोंदिया में एक सभा के दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सत्ता बदली तो चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी का साथ छोड़ देंगे.


13 महीने की वाजपेयी सरकार का किया जिक्र


अपने संबोधन में उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि पूरा विदर्भ महाविकास अघाड़ी को बहुमत दिए बिना नहीं रहेगा. महाराष्ट्र में अगर सत्ता बदली और हरियाणा में तो बदलने ही वाली है तो दिल्ली की सत्ता भी बहुत दिन तक नहीं रह पाएगी. मोदी सरकार की कुर्सी हिलने लगी है. एक बार यह चुनाव हो गया तो उसके बाद नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू उन्हें छोड़ देंगे. अटल बिहारी वाजपेई के 13 महीने के कार्यकाल की तरह ही पुनरावृति होगी."


पृथ्वीराज चव्हाण ने महाविकास अघाड़ी में सीएम चेहरे को लेकर उपजे तनाव पर कहा कि अब तक यह फॉर्मूला रहा है कि जिसके पास ज्यादा सीट होगी उसको पद मिलेगा. हरियाणा में अगले महीने की 5 तारीख को चुनाव है तो महाराष्ट्र में इसकी घोषणा नहीं हुई है. उधर, पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया कि हरियाणा और महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन का सीधा असर नरेंद्र मोदी की गठबंधन सरकार पर होगा जो कि चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार के समर्थन पर आधारित है. दोनों ही राज्यों में बदलाव होगा. बीजेपी सत्ता से बाहर होगी.


महाराष्ट्र में बेहतर होगा हमारा प्रदर्शन- पृथ्वीराज


वहीं, महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र ने कभी भी उस तरह की विभाजित राजनीति नहीं देखी है जो अब हो रही है. उन्होंने कहा कि लोकसभा में महाविकास अघाड़ी ने महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 65 प्रतिशत सीटें जीती हैं. जो कि 288 विधानसभा सीटों में 183 होती है. हम बेहतर करेंगे. 


सत्ता में आने पर बीजेपी पर एक्शन की तैयारी


चव्हाण ने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे की सरकार ने जनता से जुड़े मुद्दे जैसे कि महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्या, भ्रष्टाचार पर कुछ नहीं किया है. उन्होंने कहा कि एनसीपी-एसपी, कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी की सरकार भ्रष्टाचार की समस्या पर ध्यान देगी. बीजेपी को शिवाजी महाराज के स्टैचू मामले में भ्रष्टाचार को लेकर जवाबदेह बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस स्टैचू को तीन साल में बनना चाहिए था उसे तीन महीने में बनाने के लिए मजबूर किया गया. उन्होंने कहा कि एनसीपी और शिवसेना के विधायकों ने जिस तरह पार्टी के टूटने पर पाला बदला है, उन्हें मतदाताओं को जवाब देना होगा.


ये भी पढ़ें- एकनाथ खडसे का बड़ा दावा, 'देवेंद्र फडणवीस ने ऑफर किया था राज्यपाल का पद'