'एक उद्योगपति के लिए देश की...', अडानी विवाद में प्रियंका चतुर्वेदी का BJP पर हमला
Maharashtra: गौतम अडानी मामले में पूरा विपक्ष एकजुट होकर केंद्र सरकार पर हमला कर रहा है तो शिवसेना-यूबीटी ने मांग की है कि भारतीय एजेंसियों को अडानी मामले की जांच करनी चाहिए.
Maharashtra News: उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिका में धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं. इसको लेकर पूरा विपक्ष पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और बीजेपी पर हमलावर हो गया है. कांग्रेस के बाद अब शिवसेना-यूबीटी की प्रतिक्रिया आई है, जिसकी नेत्री प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने कहा कि जिसकी जांच भारत में हो जानी चाहिए, वह अमेरिका में हुई. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "जिस तरह से आरोप सिद्ध हुए और वह दोषी साबित हुए हैं. हमारी खुद की एजेंसी को इस पर जांच करनी चाहिए थी. निष्पक्ष तरीके से जांच करती. कॉर्पोरेट गवर्नेंस की ये (बीजेपी) बात करते हैं तो उसको ध्यान में रखकर कहते कि उद्योगपति को नियम कानून का पालन करना होगा.''
उद्योगपति की तय हो जवाबदेही- प्रियंका चतुर्वेदी
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ''एजेंसी भी अडानी को डिफेंड करने में लगी हुई थी. सेबी आरोप सिद्ध नहीं कर पाई है. दूसरे कोर्ट में आरोप सिद्ध हो गए हैं. सोलर पावर कॉन्ट्रैक्ट लेने में लाखों करोड़ों रुपये खर्च किए गए. अडानी पर आरोप लगता है तो देश की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है. सालों से कमाई इज्जत उद्योगपति के लिए गंवा देना दुर्भाग्यपूर्ण है. जो जांच भारत में होनी चाहिए थी उसका डंका दुनिया में बज रहा है. एजेंसी अपनी हिम्मत दिखाकर कॉर्पोरेट गवर्नेंस के लिए जवाबदेही तय करे. वे कौन अधिकारी हैं, जिसको रिश्वत देकर कॉन्ट्रैक्ट लिए गए?''
#WATCH दिल्ली: सौर ऊर्जा अनुबंध रिश्वत मामले में गौतम अडानी और अन्य पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा आरोप लगाए जाने पर शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "आरोप साबित हो चुके हैं और दोषसिद्धि हुई है। बेहतर होता कि हमारी जांच एजेंसियां भी रिपोर्ट आने पर स्वतंत्र और निष्पक्ष… pic.twitter.com/Q62doUteu9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 21, 2024
इस बीच अडानी की कंपनी ने इन आरोपों के बाद बयान जारी कर कहा है कि यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और यूनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने कंपनी के बोर्ड सदस्य गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ आरोप तय किए हैं. कंपनी ने इसे ध्यान में रखते हुए अमेरिकी डॉलर बॉन्ड नहीं जारी करने का निर्णय किया है.
जांच होगी तो पीएम मोदी से जुड़ेगी कड़ी- कांग्रेस
उधर, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरते हुए कहा, ''आरोप है कि अमेरिका में कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए अडानी ने 2,200 करोड़ रुपये की घूस दी. जब इस मामले की जांच होने लगी तो जांच रोकने की साजिश भी रची गई. अब अमेरिका में अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. अजीब बात है. कांग्रेस लगातार अडानी और इससे जुड़े घपलों की जांच की बात कह रही है, लेकिन नरेंद्र मोदी पूरी ताकत से अडानी को बचाने में लगे हैं. वजह साफ है- अडानी की जांच होगी तो हर कड़ी नरेंद्र मोदी से जुड़ेगी.''
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