Dnyaneshwar Vishnu Tambe Missing Case: ज्ञानेश्वर विष्णु तांबे (63 वर्षीय) दिसंबर 2021 में अपने घर से अचानक लापता हो गए थे. पुणे के शिरुर तालुका के रहने वाले तांबे की तब से कोई खबर नहीं मिली थी. हाल ही में, उनके परिवार ने उन्हें शिवसेना के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक विज्ञापन में देखा, जिससे उम्मीद जगी.


इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, तांबे के बेटे भरत ने बताया कि उनके पिता बिना बताए घर से निकलने के आदी थे, लेकिन हमेशा कुछ समय बाद वापस आ जाते थे. इस बार वह महीनों तक नहीं लौटे तो भरत ने उनकी तलाश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.


भरत को अपने मित्र से एक व्हाट्सएप स्टेटस का स्क्रीनशॉट मिला, जिसमें उनके पिता योजना के विज्ञापन में दिख रहे थे. उन्होंने कहा, "मैंने स्क्रीनशॉट देखा और यकीन नहीं कर पाया. विज्ञापन में मेरे पिता थे." भरत ने सीएम शिंदे से आग्रह किया कि वे उनके पिता को ढूंढ़कर उन्हें परिवार से मिलाएं. उन्होंने कहा, "अब हमें पता है कि वह जीवित और ठीक हैं. हमारी उम्मीदें बहुत बढ़ गई हैं."


पुलिस ने तांबे की तलाश शुरू कर दी है. शिकारपुर थाने के इंस्पेक्टर दीपरतन गायकवाड़ ने बताया कि भरत ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. तांबे के परिवार ने पहले कभी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि वह लौट आएंगे. पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत ढोले ने कहा कि तांबे अक्सर तीर्थ स्थलों पर जाते थे.


शिवसेना के विज्ञापन के वायरल होने के बाद कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, "बिना अनुमति के किसी की तस्वीर का इस्तेमाल अपराध है." शिवसेना ने अब पोस्ट को हटा दिया है. पार्टी प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने कहा कि वह फोटो के स्रोत का पता लगाने की कोशिश करेंगे.


शिवसेना के पोस्टर में दिखा लापता शख्स
महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने हाल ही में "मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना" शुरू की है, जो वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए 30,000 रुपये तक की सब्सिडी प्रदान करती है. विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण इसका जोरदार प्रचार हो रहा है.


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