Pune News: 'अनाथ बच्चों की मां' के नाम से मशहूर सिंधुताई सपकाल का दिल का दौरा पड़ने से निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
सामाजिक कार्यकर्ता और पद्मश्री सिंधुताई सपकाल का मंगलवार को पुणे के अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे 75 वर्ष की थीं और अनाथ बच्चों की मां के नाम से मशहूर थी
पुणे: 'अनाथ बच्चों की मां' के नाम से मशहूर जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता सिंधुताई सपकाल का मंगलवार को एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पुणे के गैलेक्सी केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई. 75 वर्ष की सकपाल को पिछले साल पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था.
अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ शैलेश पुंतंबेकर ने बताया कि, “डेढ़ महीने पहले सकपाल की हर्निया की सर्जरी हुई थी और उनकी रिकवरी बहुत धीमी थी. मंगलवार रात करीब आठ बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. "
12 साल की उम्र में ही हो गई थी 32 साल के शख्स से शादी
सपकाल को बचपन में गरीबी और भारी कठिनाइयों का सामना पड़ा था. महाराष्ट्र के वर्धा जिले में जन्मी सपकाल सिर्फ चौथी कक्षा पास कर पाई थी. इसके बाद उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा था. 12 साल की कम उम्र में ही उनकी शादी 32 साल के एक शख्स से हो गई थी. सकपाल ने तीन बच्चों को जन्म दिया. वहीं गर्भवती होने के दौरान ही सपकाल के पति ने उन्हें छोड़ दिया था उनकी मां ने भी उनकी मदद करने से इंकार कर दिया. इसके बाद उन्हें अपनी बेटियों को पालने के लिए भीख तक मांगनी पड़ी थी.
40 वर्षों में एक हजार से ज्यादा अनाथ बच्चों को लिया गोद
हालांकि सिंधुताई सकपाल ने परिस्थितियों का डटकर मुकाबला किया और अनाथ बच्चों के लिए काम करना शुरू कर दिया. उन्होंने 40 वर्षों में एक हजार से अधिक अनाथ बच्चों को गोद लिया और उनकी देखभाल की और अनाथ बच्चों के लिए संस्थानों की स्थापनी भी की. उन्हें पद्म पुरस्कार के अलावा 750 से ज्यादा पुरस्कार और सम्मान से नवाजा गया. सिंधुताई ने अपनी पुरस्कार राशिका उपयोग भी अनाथों के लिए ही किया. उनकी कोशिशों की बदौलत ही पुणे जिले के मंजरी में एक सुसज्जित अनाथालय बनाया गया.
पीएम मोदी ने भी सिंधुताई सपकाल के निधन पर शोक जताया
वहीं पीएम मोदी ने भी सिंधुताई सपकाल के निधन पर शोक जताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सिंधुताई के प्रयासों से कई बच्चे बेहतर जीवन जी सकते हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वह 'उनके निधन से आहत' हैं.
Dr. Sindhutai Sapkal will be remembered for her noble service to society. Due to her efforts, many children could lead a better quality of life. She also did a lot of work among marginalised communities. Pained by her demise. Condolences to her family and admirers. Om Shanti. pic.twitter.com/nPhMtKOeZ4
— Narendra Modi (@narendramodi) January 4, 2022
राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा अंतिम संस्कार
वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किए गए ट्विट में कहा गया है कि, बुधवार को सिंधुताई सपकाल का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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