Pune Police: पुणे पुलिस ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से एफिलिएशन के लिए पुणे में कई स्कूलों को फर्जी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्रदान करने के एक कथित रैकेट की जांच शुरू की है. अधिकारियों ने कहा कि राज्य स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जांच के आदेश के बाद जांच शुरू की गई है. पुणे जिला परिषद के माध्यमिक शिक्षा विभाग के शिक्षा अधिकारी सुनंदा वाखरे ने सोमवार देर रात पुणे के समर्थ पुलिस स्टेशन में अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ मामले में पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की.


थाने में केस दर्ज
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि खुद को महाराष्ट्र राज्य बोर्ड के अलावा अन्य बोर्डों से एफिलिएटेड करने के लिए, स्कूल अधिकारियों को राज्य सरकार से एनओसी प्राप्त करने की आवश्यकता होती है. जब स्कूल शिक्षा विभाग को पता चला कि पुणे में कई स्कूल सीबीएसई पाठ्यक्रम के साथ काम कर रहे थे, तब उन्हें कोई एनओसी जारी नहीं किया गया था. इस मामले में जांच का आदेश दिया गया. इस मामले में पुणे जिला परिषद के माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जांच की. जांच के आधार पर सोमवार देर रात समर्थ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी.


क्या बोले शिक्षा अधिकारी?
शिक्षा अधिकारी वाखरे द्वारा दर्ज की गई शिकायत 14 जुलाई, 2022 से पहले पुणे में तीन स्कूलों को सीबीएसई एफिलिएशन के लिए जारी किए गए फर्जी एनओसी से संबंधित है. शिकायत में तीन स्कूलों का नाम है. हमने इस बात की जांच शुरू की है कि इन स्कूलों ने फर्जी एनओसी कैसे हासिल कर ली. हम इसके पीछे किसी संगठित रैकेट की संभावना और ऐसी एनओसी हासिल करने के पीछे पैसों के लेन-देन की जांच कर रहे हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हम यह भी जांच करेंगे कि क्या पुणे में और भी स्कूल हैं जिन्होंने इस तरह से एनओसी हासिल की है.


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