Pune Porsche Accident: पुणे कार दुर्घटना में शामिल किशोर लड़के के पिता को ले जा रहे पुलिस वाहन पर आज स्याही फेंकी गई है. पोर्शे कार की टक्कर से दो लोगों की मौत हुई थी. एक अधिकारी ने ये जानकारी दी है. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के पिता को अतिरिक्त सत्र अदालत के न्यायाधीश के समक्ष पेश करने के लिए यहां शिवाजीनगर इलाके में अदालत परिसर में लाया जा रहा था.
पुणे क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार सुबह किशोर के पिता को छत्रपति संभाजीनगर से हिरासत में लिया था. पुणे में एक कार एक्सीडेंट में दो लोगों की मौत के बाद लोगों में आक्रोश है. आरोप है कि इस कार को 17 वर्षीय किशोर चला रहा था. इस हादसे में जिसकी मौत हुई वो दोनों पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे. मृतकों की पहचान अनीश अवधिया और अश्विनी कोष्टा के रूप में हुई है. इसी सब मामले में आज आरोपी के पिता को कोर्ट में पेश किया गया था.
पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा, होटल ब्लैक क्लब के कर्मचारियों में से एक जयेश बोनकर को भी गिरफ्तार किया गया है, जहां लड़के को शराब परोसी गई थी. इससे पहले, पुलिस ने मामले के सिलसिले में तीन अन्य आरोपियों - अलग-अलग रेस्तरां के दो प्रबंधकों और एक मालिक को गिरफ्तार किया था. कोसी रेस्तरां के मालिक नमन प्रल्हाद भूतड़ा, प्रबंधक सचिन काटकर और ब्लैक क्लब होटल के प्रबंधक संदीप सांगले को अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 24 मई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया.
पुलिस ने किशोर के पिता के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 और 77 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया था. धारा 75 किसी बच्चे की जानबूझकर उपेक्षा करने या किसी बच्चे को मानसिक या शारीरिक बीमारियों के संपर्क में लाने से संबंधित है, जबकि धारा 77 किसी बच्चे को नशीली शराब या नशीली दवाएं उपलब्ध कराने से संबंधित है.
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