Pune Porsche Accident Case: पुणे पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिली है, जिसमें ससून जनरल अस्पताल के एक कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए दिखाया गया है. इस कर्मचारी पर पोर्श कार दुर्घटना में शामिल किशोर चालक के रक्त के नमूनों को बदलने की साजिश का हिस्सा होने का आरोप है, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी.
येरवदा इलाके में रिकॉर्ड की गई फुटेज में बिचौलिया अश्पक मकंदर अस्पताल के कर्मचारी अतुल घाटकांबले को पैसे देते हुए दिखाया गया है, यह बात क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने कही. कल्याणी नगर इलाके में 19 मई को हुई दुर्घटना में एक किशोर चालक द्वारा चलाई जा रही पोर्श ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी और दो सवारों की मौत हो गई, दोनों आईटी पेशेवर थे जो 20 के दशक की शुरुआत में थे. यह दुर्घटना येरवदा पुलिस स्टेशन की सीमा में हुई थी.
यह आरोप लगाया गया है कि किशोर के रक्त के नमूनों को ससून अस्पताल में यह दिखाने के प्रयास में बदला गया था कि वह उस समय नशे में नहीं था. मकंदर और घाटकांबले दोनों को मामले में गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने दावा किया है कि किशोर के पिता बिल्डर विशाल अग्रवाल द्वारा दिए गए 3 लाख रुपये में से सह-आरोपी डॉ. श्रीहरि हलनोर ने 2.5 लाख रुपये स्वीकार किए, जबकि घाटकांबले को 50,000 रुपये मिले. पुलिस ने डॉ. हलनोर और घाटकांबले से पैसे बरामद करने का दावा किया है. किशोर फिलहाल निगरानी गृह में है, जबकि उसके माता-पिता को कथित तौर पर रक्त के नमूने बदलने के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) ने पिछले महीने पुणे में कार दुर्घटना में दो आईटी इंजीनियरों की मौत से संबंधित मामले में कथित तौर पर शामिल 17 वर्षीय किशोर की निगरानी गृह हिरासत बुधवार को 25 जून तक के लिए बढ़ा दी.
इससे पहले पुलिस ने बोर्ड के समक्ष दलील दी थी कि उसकी अब भी काउंसलिंग की जा रही है और मामले की जांच जारी है. बिल्डर विशाल अग्रवाल के किशोर बेटे द्वारा कथित तौर पर चलाई जा रही पोर्श कार ने 19 मई को तड़के कल्याणी नगर में एक बाइक को टक्कर मार दी थी जिसपर सवार आईटी पेशेवर अनीश अवधिया और अश्विनी कोष्टा की मौत हो गई थी.
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