Pune: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने बुधवार को कहा कि देश में लोगों को विकास, रोजगार चाहिए और महंगाई से राहत की जरूरत है, लेकिन कुछ लोग जाति और धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. पुणे के पास पिंपरी-चिंचवाड़ नगर में ईद मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम 'राष्ट्रीय एकता मंडली' में पवार ने कहा कि कोई भी धर्म नफरत करना नहीं सिखाता है. इस कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों के नेता शामिल हुए.


एकता बनाए रखने का हो प्रयास
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "कुछ लोग जाति और धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन हम नफरत नहीं चाहते, हम झगड़ा नहीं चाहते, हम विकास चाहते हैं, हमें महंगाई से राहत चाहिए और हमारी नयी पीढ़ी रोजगार चाहती है. हम ऐसी स्थिति बनाना चाहते हैं जिसमें हमारा राज्य और देश हर क्षेत्र में आगे बढ़े. हालांकि ईद बीत गई है (पिछले सप्ताह त्योहार मनाया गया था), यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि ईद के मौके का उपयोग करके एकता बनाए रखी जाए."


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विपक्षी दलों को है मतभेद दूर करने की जरूरत
एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चे के गठन से पहले विपक्षी दलों के बीच मतभेदों को दूर करने की जरूरत है. पवार ने कहा कि पिछले साल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान, ममता बनर्जी और NCP एक साथ थे, लेकिन कांग्रेस और वाम दल बीजेपी के खिलाफ चुनाव के दूसरे पक्ष में थे. अगर कांग्रेस और वामपंथी दल हमारे साथ होते तो तस्वीर बिल्कुल अलग होती. इसी तरह केरल में कांग्रेस विपक्ष में है जबकि हम और कम्युनिस्ट पार्टियां राज्य सरकार चला रही हैं. पहले इन सभी मुद्दों को सुलझाया जाना चाहिए और यह प्रक्रिया जारी है.


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