Maharashtra News: महाराष्ट्र के पुणे में पानी की टंकी फटने से चार मजदूरों की मौत हो गई है. सात लोग गंभीर रूप से घायल हैं, मजदूर नहा रहे थे. यह घटना उसी समय घटी. तीन दिन पहले ही टंकी बनी थी. टैंक को सुदृढ़ नहीं किया गया था इससे पहले इसमें तीस हजार लीटर पानी भरा हुआ था. वहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि पानी के दबाव के कारण टंकी फट गयी. इस घटना के बाद तनाव फैल गया.


पुलिस एसआरपीएफ और फायर ब्रिगेड के साथ-साथ नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे. इस घटना को लेकर मामला दर्ज किया जा रहा है. यहां लेबर कहां से आये? लेबर कैंप किसने बनवाया? लेबर ठेकेदार कौन हैं? फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है. यह जानकारी डीसीपी स्वप्ना गोरे ने दी है. मृतकों और गंभीर रूप से घायल मजदूरों के नाम अभी तक स्पष्ट नहीं हो सके हैं. 


मजदूरों को सुबह जल्दी उठकर काम पर जाना होता था. आज सुबह करीब छह बजे कुछ मजदूर टंकी से पानी लेकर नहा रहे थे. तभी टंकी फट गई और मजदूर उसके नीचे फंस गये. चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने जानकारी दी है कि इनमें से दो की हालत गंभीर है.


वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, "पुणे के भोसरी में सदगुरु नगर इलाके में पानी की टंकी गिरने से तीन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की घटना अत्यंत दुखद और दर्दनाक है. मैं मृतकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं."


उन्होंने कहा, "इस हादसे में पांच से सात मजदूरों के टैंक के नीचे फंसे होने की आशंका है. पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और बचाव कार्य जारी है. समय-समय पर संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली जा रही है और आवश्यक निर्देश दिये जा रहे हैं."





नई बनी थी पानी की टंकी
जानकारी के अनुसार, पानी की टंकी नई बनाई गई थी, जो जमीन से 12 फीट ऊपर थी. आज सुबह मजदूर काम पर जाने से पहले नहाने के लिए टंकी के पास लगे नल पर आए, तभी अचानक टैंक फट गया और नहाने आए मजदूर उसके नीचे फंस गए. मजूदरों के इस कैंप में बिहार, उड़ीसा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के करीब 1000 से 1200 मजदूर रह रहे हैं. बताया जा रहा है कि कुछ मजदूर चार-पांच दिन पहले ही आए हैं.



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