Punjab News: चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) से एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो ठगी के रुपयों को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करते थे. इस चौंकान वाले मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें महाराष्ट्र के नागपुर (Nagpur) का आतिश अशोक रावत, आयुश संजय गायकवाड़ और निहाल दिनकर दोहरे शामिल है.
आरोपी कंप्यूटर की कर रहे हैं पढ़ाई
पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों में से निहाल कंप्यूटर इंजीनियर (computer engineer) है जबकि अन्य दो आरोपी कंप्यूटर (Computer) की पढ़ाई कर रहे हैं. आरोपियों के पास से पुलिस ने कई मोबाइल फोन और एक इंटरनेट मॉडम बरामद किया है, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए किया गया था. वहीं पुलिस ने तीनों आरोपियों को बुधवार को जिला कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है.
आरोपियों ने इस शातिराना अंदाज में की थी धोखाधड़ी
पुलिस ने जानकारी दी कि आरोपी आतिश के दूर के रिश्तेदार सेक्टर 41 निवासी बीमा कंपनी के सेवानिवृत्त कर्मचारी कृष्ण कन्हिया की शिकायत पर तीनों को गिरफ्तार किया गया है. कन्हैया ने पुलिस को बताया कि जनवरी में नागपुर में अपनी बहन से मिलने के दौरान उसने आतिश को अपना फोन दिया था. फोन वापस करने से पहले, आतिश ने कन्हैया के सिम कार्ड को किसी अन्य डिवाइस में ट्रांसफर कर दिया और 28 जनवरी से 31 जनवरी के बीच उनके बैंक खाते से धोखाधड़ी से 12.65 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए.
पुलिस ने अपना फोन किसी को भी देने से किया सचेत
वहीं कन्हैया के बेटे राहुल रावत ने 1 फरवरी को सेक्टर 17 में उनके एक्सिस बैंक खाते की जांच की तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ. केतन बंसल, पुलिस अधीक्षक (साइबर) ने कहा कि “आतिश ने पहले भी अपने पिता के खाते से पैसे निकालने का एक ऐसा ही, लेकिन असफल प्रयास किया था. तीनों ने पैसे के लिए धोखाधड़ी को अंजाम दिया.” वहीं उन्होंने चंडीगढ़ निवासियों को अपने मोबाइल फोन को किसी को भी सौंपने के प्रति आगाह करते हुए कहा कि ऐसा करने पर इसका दुरुपयोग किया जा सकता है.
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