Maharashtra News: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी का विरोध नहीं करने को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे की आलोचना की है. राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गुरुवार को महाराष्ट्र के अकोला जिले में वाडेगांव में मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया था कि सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी. साथ ही डर की वजह से उन्हें माफीनामा लिखकर दिया था.


बाल ठाकरे को सावरकर के विचारों पर था विश्वास
नारायण राणे ने डोंबिवली में एक समारोह में कहा कि वे स्वातंत्र्यवीर सावरकर के गौरवशाली इतिहास को नहीं जानते हैं, तो वे राहुल गांधी की टिप्पणियों पर क्या कह सकते हैं या इसका विरोध कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे को नहीं पता है कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को सावरकर और उनके विचारों पर इतना अधिक विश्वास क्यों था? वहीं अपनी छवि सुधारने के लिए 'भारत जोड़ो यात्रा' में भाग लेने के लिए आदित्य ठाकरे की आलोचना की.


विरोध करने के लिए इतिहास जानना जरूरी- राणे
नारायण राणे ने कहा कि इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियों की आलोचना करने और गुस्सा व्यक्त करने के लिए इतिहास जानने की जरूरत है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राणे ने भारत जोड़ो यात्रा का मजाक उड़ाया और कहा कि पार्टी के वही पुराने चेहरे मार्च में भाग ले रहे थे, जबकि स्थानीय स्तर के पदाधिकारी अनुपस्थित थे. राणे ने आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की अलग-अलग विचारधाराएं हैं, लेकिन वे मार्च के लिए एकजुट हो रहे हैं क्योंकि वे सत्ता चाहते हैं.




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