Bharat Ratna: राज ठाकरे ने चाचा बाल ठाकरे के लिए मांगा भारत रत्न, संजय राउत ने ये दो नाम बताए
Maharashtra Politics: देश के दो पूर्व पीएम को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के बाद एमएनएस और शिवसेना-यूबीटी के नेताओं की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने इसका स्वागत किया है.
Maharashtra News: मनसे चीफ राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने बाला साहेब ठाकरे (Bala Saheb Thackeray) के लिए भारत रत्न की मांग की है. वहीं, दूसरी तरफ शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने वीर सावरकर और बाला साहेब के लिए भारत रत्न की घोषणा न करने पर केंद्र सरकार को घेरा. राज ठाकरे ने पीवी नरसिम्हा राव, एमएस स्वामीनाथन और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा का स्वागत किया है.
राज ठाकरे ने 'एक्स' पर लिखा, ''पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हराव, चौधरी चरण सिंह और भारतीय हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न सम्मान घोषित किया गया. इस सूची में शामिल एमएस स्वामीनाथन का कुछ महीने पहले ही निधन हो गया था. जिस वैज्ञानिक ने इतना कुछ हासिल किया है उसे अपने जीवनकाल में ही यह सम्मान मिलना चाहिए था. फिर भी केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने बाकी पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह और कुछ साल पहले प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न देने की घोषणा करके राजनीतिक उदारता दिखाई है.'' बता दें कि ऐसी खबर है कि राज ठाकरे एनडीए में शामिल हो सकते हैं.
माजी पंतप्रधान स्व. पी.व्ही. नरसिंहराव, स्व. चौधरी चरण सिंग आणि भारतीय हरित क्रांतीचे जनक एस.स्वामिनाथन ह्यांना भारतरत्न सन्मान घोषित करण्यात आला. ह्या यादीतले एस.स्वामिनाथन ह्यांचं अवघ्या काही महिन्यांपूर्वी निधन झालं. इतकी अफाट कामगिरी करणाऱ्या शास्त्रज्ञाला त्यांच्या हयातीत हा… pic.twitter.com/2V4niOX7Au
— Raj Thackeray (@RajThackeray) February 9, 2024
राज ठाकरे ने चाचा के लिए मांगा भारत रत्न
राज ठाकरे ने आगे लिखा, ''बाला साहेब ठाकरे को भी भारत रत्न घोषित किया जाना चाहिए. देश के एक प्रमुख कार्टूनिस्ट और देशभर के समस्त हिंदुओं की अस्मिता को जागृत करने वाले अद्वितीय नेता इस सम्मान के पात्र हैं. खुद यह मेरे जैसे कई लोगों के लिए उत्साह का क्षण होगा जिन्हें बालासाहेब के विचार विरासत में मिले हैं.''
चुनावी हलचल के कारण सम्मान? राउत ने पूछा सवाल
उधऱ, शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत का हमलावर अंदाज देखने को मिला. उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, ''खुद को हिंदुत्ववादी कहने वाली मोदी सरकार एक बार फिर हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे को भूल गई है. पहले 2 और अब 3, एक महीने में 5 नेताओं को भारत रत्न से सम्मानित किया गया लेकिन न तो वीर सावरकर और न ही शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे! दरअसल नियम ये है कि एक साल में अधिकतम 3 लोगों को भारत रत्न दिया जा सकता है. मोदी ने एक महीने में 5 लोगों को भारत रत्न देने का ऐलान किया. चुनावी हलचल और क्या?''
हिंदुत्ववादी म्हणवून घेणाऱ्या मोदी सरकारला पुन्हा एकदा हिंदूहृदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे यांचे विस्मरण झाले...आधी 2 आणि आता एकदम 3 असे एका महिन्यात 5 नेत्यांना भारतरत्न ने सन्मानित करण्यात आले...पण त्यात ना वीर सावरकर ना शिवसेनाप्रमुख बाळासाहेब ठाकरे!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) February 9, 2024
खरं तर नियम असा आहे की एका… pic.twitter.com/3ZBq5uo115
बाला साहेब को क्यों भूली बीजेपी- राउत
राउत ने आगे सवाल उठाते हुए कहा, ''कर्पूरी ठाकुर और लालकृष्ण आडवाणी के बाद चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. कुछ और नेताओं का इंतजार है. लेकिन श्री बालासाहेब ठाकरे को क्यों भूले? जिसने पूरे भारत को हिंदू बना दिया. जिसकी वजह से मोदी अयोध्या में राम मंदिर का जश्न मना सके.''
वीर सावरकर को भी मिले सम्मान- प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना-यूबीटी नेता प्रियंका चतुर्वेदी का भी बयान आया है. उन्होंने कहा, ''तीनों को सम्मानित करना और भारत रत्न देना बिल्कुल सही निर्णय है और इसका हम स्वागत करते हैं. साथ ही हम प्रधानमंत्री मोदी को याद दिलाना चाहेंगे कि महाराष्ट्र से हमारी भी एक मांग रही है कि वीर सावरकर को भी भारत रत्न दिया जाना चाहिए. उम्मीद करते हैं कि महाराष्ट्र से जो हमारी मांग रही है, उसे भी पूरा किया जाएगा.''