कल्याण की घटना पर भड़के MNS प्रमुख राज ठाकरे, 'मराठियों, अब तो जाग जाओ, नहीं तो...'
Raj Thackeray News: एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने कल्याण की घटना पर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने कहा कि कल्याण में जो कुछ हुआ उस पर वहां के सांसद और MLA अपनी राय क्यों नहीं व्यक्त करते.
Kalyan Controversy News: महाराष्ट्र के कल्याण में गैर मराठी और मराठी भाषी परिवार के बीच झगड़े के बाद मामला गरमा गया है. इस मसले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने इस मसले को लेकर अपने गुस्से का इजहार किया है. साथ ही उन्होंने राज्य के नेताओं को घेरते हुए मराठियों से जागने की अपील की है.
उन्होंने कल्याण मामले में आरोपियों गिरफ्तारी की मांग की है. MNS प्रमुख ने कहा, ''उन्हें दिखाओ कि कानून का डर क्या होता है और सरकार ऐसा नहीं कर पा रही है तो अगर महाराष्ट्र के सैनिक हमला करें तो हम पर उंगली न उठाएं.''
महाराष्ट्र विरोधी लोग मराठी लोगों की परीक्षा ले रहे- राज ठाकरे
राज ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा, ''कल्याण में, एक उग्र गैर-मराठी व्यक्ति ने एक मराठी व्यक्ति की पिटाई की, उसे मराठी होने के कारण अपमानित किया. कुछ दिन पहले गिरगांव में एक गैर-मराठी शख्स ने ऐसी ही बहादुरी दिखाई थी. कल्याण कांड में शुक्ला नाम का एक आदमी था, ऐसे कई महाराष्ट्र विरोधी शुक्ला महाराष्ट्र में गुप्त रूप से रहते हैं.''
उन्होंने आगे कहा, ''चाहे वह गिरगांव की घटना हो या कल्याण की, हर बार ये महाराष्ट्र विरोधी लोग मराठी लोगों की रीढ़ की हड्डी की परीक्षा ले रहे हैं और देख रहे हैं कि वे आपको कितना झुका सकते हैं. खैर, ऐसा नहीं है कि जो लोग महाराष्ट्र के बाहर से यहां आये हैं वे सभी महाराष्ट्र विरोधी हैं. आज अनगिनत गैर-मराठी लोग हैं जो पीढ़ियों से यहां की मिट्टी में घुले-मिले हैं.''
मराठियों, अब तो जाग जाओ- राज ठाकरे
उन्होंने कहा कि लेकिन पिछले कुछ सालों से यहां जो महाराष्ट्र विरोधियों की नई लहर चल पड़ी है, जिनकी नजर यहां की जमीन पर है, उन्हें समय रहते कुचल देना चाहिए. मराठियों, अब तो जाग जाओ, नहीं तो कब तुम्हारे पैरों के नीचे से ज़मीन खींच लेंगे और कब तुम्हें तबाह कर देंगे, पता ही नहीं चलेगा.''
'कल्याण की घटना पर सांसद, विधायक राय क्यों नहीं देते?'
MNS प्रमुख ने आगे कहा, ''कल्याण में जो कुछ हुआ उस पर वहां के सांसद और विधायक अपनी राय क्यों नहीं व्यक्त करते या फिर उन पर हमला करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई क्यों नहीं करते? कारण यह नहीं है, सभी विधायक और सांसद मराठी लोगों को अच्छी तरह से जानते हैं. उन्हें थोड़ा चारा दिखाओ ताकि वे हमें वोट दें. जो मैं आपको वर्षों से बताता आ रहा हूं वह यह है कि हर कोई आपको हल्के में लेता है.''
और ऐसी घटना घटी कि हर कोई महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का दरवाजा खटखटाना चाहता है, क्योंकि तब उन्हें यकीन हो जाता है कि दूसरी पार्टियां उनकी मदद के लिए नहीं आएंगी. लेकिन वोट के समय वही मराठी मानुष जाकर दूसरी पार्टियों का दरवाजा खटखटाता है.''
राज ठाकरे ने ये भी कहा, ''बेशक, हमारे लिए मराठी लोग सबसे अहम हैं. जो लोग 'लाडकी बहिन' के नाम पर वोट मांग रहे हैं उनसे मेरा सवाल है कि क्या जिस व्यक्ति को पीटा गया उसकी पत्नी, मां, बहन आपकी प्यारी बहन नहीं हैं? हम भी हिंदू धर्म की पूजा करते हैं, लेकिन हिंदुओं को एक साथ लाने के नाम पर हमें मराठी लोगों या अन्य राज्यों के लोगों को नष्ट करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. हमें यह भी देखना होगा कि स्थानीय लोगों की गर्दन पर कील न ठोंकी जाये.''
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