मुस्लिम उद्धव ठाकरे को क्यों करते हैं पसंद? राज ठाकरे की पार्टी ने बताई ये बड़ी वजह
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राज ठाकरे की पार्टी ने कमर कस ली है. मनसे 200 से 215 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है.
Maharashtra Election 2024: राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना विधानसभा चुनाव में 200 से 215 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. मनसे नेता प्रकाश महाजन ने इसकी जानकारी दी है. इस दौरान प्रकाश महाजन ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे को लेकर भी बड़ा बयान दिया है.
क्या बोले मनसे नेता प्रकाश महाजन?
ABP माझा के अनुसार, प्रकाश महाजन ने कहा कि राज ठाकरे ने हमारी सभा में ऐलान किया कि हम 200 से 225 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. अगर साहब यह निर्णय लेते हैं तो हम कार्यकर्ता इसके लिए तैयार हैं. मेरी पार्टी जाति आधारित आरक्षण का विरोध करती है. हमारा मानना है कि आरक्षण जाति के बजाय आर्थिक आधार पर होना चाहिए. आरक्षण का मसला मध्यस्थता से सुलझाया जाएगा. प्रकाश महाजन ने यह भी पूछा है कि अगर आरक्षण सत्ता और विपक्ष के लोगों को स्वीकार्य है तो दिक्कत कहां है?
मुस्लिम पर क्या बोले मनसे नेता?
उद्धव ठाकरे को मुसलमानों से बहुत प्यार है और मुसलमान भी उद्धव ठाकरे को प्यार करते हैं. प्रकाश महाजन ने ये भी कहा कि उनका प्यार सिर्फ इसलिए है क्योंकि उद्धव ठाकरे मोदी का विरोध करते हैं.
राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव में महायुति का समर्थन किया था. हालांकि, महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन फेल हो गया. मनसे के विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की संभावना है. मनसे ने विधानसभा की 200-225 सीटों की तैयारी शुरू कर दी है. मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे आज से अगले कुछ दिनों तक हर विधानसभा क्षेत्र में परखे हुए नेताओं से समीक्षा करने वाले हैं.
राज ठाकरे के अकेले लड़ने से उनके रुख से महायुति को नुकसान होने की आशंका है. मनसे के अपने दम पर लड़ने की चर्चा के साथ ही उसके महागठबंधन में शामिल होने की भी चर्चा है. लेकिन 2014 और 2019 विधान सभा के लिए बीजेपी और कांग्रेस गठबंधन ने मनसे की सराहना की. हालांकि आखिरी वक्त में मिले समर्थन से एमएनएस को बड़ा झटका लगा है. इसलिए कहा जा रहा है कि मनसे इस चुनाव में दोबारा वह गलती नहीं करेगी.
इस बीच राज ठाकरे के अपने दम पर लड़ने के रुख से महायुति को बड़ा झटका लगने की आशंका है. लोकसभा चुनाव में कई लोगों का कहना था कि राज ठाकरे की सभा की वजह से ही महागठबंधन को कुछ सीटों का फायदा हुआ. हालांकि, राज ठाकरे के अकेले लड़ने से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उनके इस रुख से महायुति गठबंधन को नुकसान हो सकता है.