Maharashtra Politics: मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं, विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर वह खुलकर अपनी राय रखते आए हैं. गुरुवार (9 मार्च) को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि राजनीति में सत्ता का उतार-चढ़ाव स्वाभाविक है और बीजेपी (BJP) को यह याद रखना चाहिए कि आज उसकी लहर चल रही है, लेकिन कल उसकी लोकप्रियता कम हो सकती है. ठाकरे ने मनसे के 17वें स्थापना दिवस पर गुरुवार शाम ठाणे के गडकरी रंगायतन में ये बात कही.


बीजेपी के कठिन परिश्रम और संघर्ष पर की चर्चा


बता दें कि बीजेपी ने राज ठाकरे के बीएमसी का चुनाव जीतने के लिए गठबंधन करने  का ऑफर दिया है लेकिन ठाकरे ने गठबंधन से इंकार करते हुए अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. साल 2014 में प्रचंड बहुमत हासिल करने से पहले की बीजीपी की यात्रा और संघर्ष को याद करते हुए ठाकरे ने कहा कि, इससे पहले बीजेपी दशकों तक विपक्ष में रहकर राजनीतिक नैतिकता और दृढ़ता के साथ काम करती रही. उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बीजेपी के संघर्ष के बारे में याद दिलाया कि कैसे 1952 से बीजेपी चुनाव लड़ रही है. उन्होंने बताया कि कैसे बीजेपी ने जनसंघ के तौर पर शुरूआत की और फिर कैसे वह धीरे-धीरे एक प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उभरी और फिर बाद में 13 दिन की सरकार बनाई और फिर 1999 में वाजपेयी के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार बनाई और फिर साल 2014 में पूर्ण बहुमत हासिल किया. उन्होंने कहा कि मैं ये नहीं कह रहा कि मनसे को सत्ता में आने में कई साल लगेंगे, मैं बस बीजेपी के संघर्ष और कठिन परिश्रम के बारे में बता रहा हूं.


बीएमसी चुनावों में देरी को लेकर किया कटाक्ष


ठाकरे ने कानूनी पचड़े में फंसी बीजेपी और शिंदे सरकार की राजनीतिक मजबूरियों और निकाय चुनाव में हो रही देरी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब जब निकाय चुनाव का विषय आता है तो ऐसा लगता है जैसे मैं एसएससी परीक्षा में फेल हो गया हूं, जब कोई पूछता है कि निकाय चुनाव कब होंगे तो वे कहते हैं मार्च, जब मार्च आता है, तो वे अक्टूबर कहते हैं. जब अक्टूबर आता है तो वे कहते हैं कि शायद अगले साल के मार्च में. उन्होंने कहा कि इस बार का निकाय चुनाव हम जीतेंगे.


'इस बार बीएमसी चुनावों में होगी हमारी जीत'


उन्होंने कहा कि जनता अन्य राजनीतिक दलों से तंग आ चुकी है और वह इस बार मनसे को मौका देने से नहीं चूकेगी, लेकिन हमें मतदाताओं के बीच जाना होगा. उन्होंने कहा कि  मतदाताओं तक पहुंचें.मैं आपके निर्वाचन क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित करूंगा, लेकिन आपको घर-घर जाकर मतदाताओं का विश्वास जीतना है. ठाकरे ने कहा कि हम सत्ता से बहुत दूर नहीं है.


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