Maharashtra News: महाराष्ट्र में एनसीपी नेता अजित पवार (Ajit Pawar) के एक कदम ने सियासी पारा चढ़ा दिया है. अजित पवार के डिप्टी सीएम बनते ही शरद पवार (Sharad Pawar) खेमे की तरफ से हमला तेज हो गया है तो वहीं राज्य की एक अन्य पार्टी मनसे के चीफ राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने इस पूरे घटनाक्रम को ही ड्रामा करार दिया है. राज ठाकरे ने कहा कि एनसीपी के बड़े नेता पार्टी से जा रहे हों और ऐसा कैसे हो सकता है कि यह बात शरद पवार को पता न हो.
मनसे चीफ ने मुंबई स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'देखिए एक बात समझने लायक है कि शरद पवार भले ही ये क्यों न बोलते हों कि उनका इस घटना से कोई संबंध नहीं है. चाहे वो दिलीप वलसे पाटिल हो या प्रफुल्ल पटेल या छग्गन भुजबल हो ये लोग ऐसे ही नहीं जाएंगे पार्टी से. कल को सुप्रिया सुले केंद्र में मंत्री बन जाएंगी तो भी मुझे आश्चर्य नहीं होगा. इन सभी चीजों की शुरुआत सुबह की शपथ विधि से हुई, फिर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की पार्टी हुई. इसीलिए दुश्मन कौन दोस्त कौन? महाराष्ट्र में तो कुछ बचा ही नहीं है.'
यह सोचकर टूट जाता है मेरा दिल- राज ठाकरे
बता दें कि राज ठाकरे ने इससे पहले एक ट्वीट के जरिए यह दावा किया था कि शरद पवार उद्धव ठाकरे के बोझ को हटाना चाहते थे, आज उसका पहला अंक था. पवार की पहली टीम सत्ता के लिए निकल गई, जितना जल्दी होगा, दूसरी टीम सत्ता में शामिल होगी. राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र बीजेपी एकनाथ शिंदे को दिए गए महत्व से खुश नहीं है और इसका एक एंटीडॉट ढूंढ लिया गया है. ऐसे में आज जो देश के सामने खड़ा है वह महाराष्ट्र की राजनीति का कीचड़ है. राज ठाकरे ने कहा कि जिस प्रदेश की राजनीति ने देश को ज्ञान दिया, वह इतना नीचे चला गया है, यह सोचकर कि महाराष्ट्र का क्या होगा, मेरा दिल टूट जाता है.
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