Ram Mandir Construction News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर (Ram mandir) निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सागौन की लकड़ी महाराष्ट्र (Maharshtra) के चंद्रपुर (Chandrpur) से भेजी जाएगी. ये जानकारी महाराष्ट्र सरकार में सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) दी. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है. हम महाराष्ट्र से राम मंदिर के लिए बड़ी धूमधाम से लकड़ी भेजेंगे और इस मौके पर पूजा भी करेंगे.
लकड़ी भेजने से पहले होगी रैली
मुनगंटीवार कहा कि इस दौरान 29 या 30 मार्च को बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा. राज्य के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री मुनगंटीवार ने लोगों से राम मंदिर निर्माण में चंद्रपुर के योगदान के मौके पर आयोजित रैली में बड़ी संख्या में भाग लेने का आग्रह किया. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि बल्लारपुर डिपो से सागौन की लकड़ी की खेप अयोध्या भेजे जाएंगे.
सागौन से बनाया जाएगा मंदिर का मुख्य द्वार
मुनगंटीवार ने एबीपी से बात करते हुए कहा कि एक या दो दिन में अयोध्या की एक टीम आएगी, वे हमें बताएंगे कि लकड़ी का क्या करना है. हम चाहते हैं कि मंदिर का मुख्य द्वार इस सागौन से बनाया जाए. टीम बताएगी कि उन्हें कितने टन लकड़ी की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम महाराष्ट्र से राम मंदिर के लिए बड़ी धूमधाम से लकड़ी भेजेंगे और लकड़ी भेजने के मौके पर पूजा-पाठ भी करेंगे.
मंदिर निर्माण का 70 फीसद काम पूरा
अयोध्या में रामलला मंदिर के निर्माण का जोर-शोर से चल रहा है. रामलला मंदिर निर्माण का काम लगभग 70 फीसद पूरा हो चुका है. मंदिर का गर्भगृह भी का आकार लेता दिखाई दे रहा है. बताया जा रहा है कि मंदिर की पहली मंजिल निर्माण का काम अक्टूबर 2023 में पूरा हो जाएगा. इसके बाद जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के दिन रामलला को मंदिर के गर्भगृह में विराजमान किए जाने की योजना है. माना जा रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले ही राम मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा, ताकि इसका राजनीतिक लाभ लाभ चुनाव में लिया जा सके.