Hindenburg Report: हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर रामदास अठावले की प्रतिक्रिया, बोले- 'ये और राहुल गांधी एक ही...'
Hindenburg Report News: हिंडनबर्ग के ताजा रिपोर्ट पर विपक्ष हमलावर है तो वहीं केंद्र सरकार की ओर से भी इस पर जवाब दिया जा रहा है. अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी प्रतिक्रिया दी है.
Hindenburg Report Latest News: हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने कहा कि जो भी आरोप लगाए गए हैं उसमें तो सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का फैसला आ चुका है. ये राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी और हिंडनबर्ग सब एक माला के मणि हैं. ये सब संस्थाएं मिली हुई हैं. सिर्फ आरोप लगाने का काम करती हैं.
रामदास अठावले ने कहा, ''हिंडनबर्ग ख़ुद इस तरह की रिपोर्ट देकर अपने पैसे कमाने की कोशिश करती हैं. अडानी ने और सावंत ने सुप्रीम कोर्ट में बताया था कि हमने कोई गलती नहीं की है लेकिन राहुल गांधी की तरफ़ से बार बार आरोप लगाए जाते हैं. मुझे लगता है बार बार आरोप लगाना राहुल गांधी की आरोप आदत बन चुकी है. सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया है कि कोई गलत नहीं हुआ तो फिर किस बात के सवाल.''
सेबी प्रमुख पर लगाए गए थे गंभीर आरोप
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार बाजार नियामक सेबी की प्रमुख माधवी बुच के खिलाफ एक दावा किया है. हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि सेबी की अध्यक्ष माधवी बुच और उनके पति के पास कथित अडानी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी.
हिंडनबर्ग के दावों पर ये बोले थे राहुल गांधी
हिंडनबर्ग के दावों के बाद राहुल गांधी की प्रतिक्रिया आई थी जिसमें उन्होंने कहा था कि सेबी अध्यक्ष पर लगे आरोपों से संस्था की शुचिता के साथ समझौता हुआ है. उन्होंने साथ ही पूछा कि क्या सुप्रीम कोर्ट मामले में स्वत: संज्ञान लेगा. राहुल गांधी ने पूछा कि अगर निवेशकों की कमाई डूब जाती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा- पीएम नरेंद्र मोदी, सेबी अध्यक्ष या फिर गौतम अडाणी? वहीं, हिंडनबर्ग के दावों पर जवाब देते हुए माधवी बुच और उनके पति ने कहा कि अमेरिकी फर्म सेवी की विश्वसनीयता पर हमला करने और अध्यक्ष का चरित्र हनने करने की कोशिश कर रहा है.
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