Ramdas Athawale Demand: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने सोमवार को कहा कि उनकी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) को महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे मतदाताओं को बीजेपी की ओर लाने में मदद मिलेगी. अठावले ने एक समाचार चैनल को बताया कि एनसीपी के अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट के राज्य सरकार में नौ मंत्री हैं (जो इस साल दो जुलाई को सरकार में शामिल हुए थे), जबकि 2012 से बीजेपी के साथ रहने के बावजूद उनकी पार्टी के पास कोई मंत्री पद नहीं है.


अठावले ने यह इंगित किया कि आरपीआई (ए) को बीजेपी-शिवसेना की देवेंद्र फडणवीस सरकार (2014 और 2019 के बीच) में मंत्री पद दिया गया था. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का नेटवर्क पूरे राज्य में फैला हुआ है.


क्या बोले रामदास अठावले?
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''यह जरूरी नहीं है कि आरपीआई (ए) के पास कितने सांसद, विधायक या फिर पार्षद हैं. आरपीआई (ए) मतदाताओं को बीजेपी की ओर लाने में सफल रही है. बड़ी संख्या में दलित-बौद्ध मतदाता राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और एकनाथ शिंदे सरकार का समर्थन करना चाहते हैं. हम अपनी पार्टी के लिए एक मंत्री पद की मांग कर रहे हैं.''


अठावले पहले भी कर चुके हैं मांग
कुछ महीने पहले की बात करें तो केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के प्रमुख रामदास अठावले ने कहा था कि उन्होंने महाराष्ट्र में अगले कैबिनेट विस्तार में अपनी पार्टी के लिए एक मंत्री पद की मांग की है. पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने मुंबई के बाहरी इलाके वसई में आरपीआई (ए) और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बयान दिया था. रिपोर्ट के अनुसार, 63 वर्षीय दलित नेता ने कहा कि वह पहले ही मंत्री पद के लिए उचित मंच पर अपनी मांग रख चुके हैं.


उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 2024 के चुनावों में एनडीए कोटे से महाराष्ट्र की कुल 48 में से कम से कम दो लोकसभा सीटों और 10 से 15 विधानसभा क्षेत्रों पर चुनाव लड़ने के लिए टिकट की भी मांग करेगी. उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में अगले कैबिनेट विस्तार में आरपीआई (ए) को मंत्री पद मिलना चाहिए. मैंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के साथ इस पर चर्चा की थी. मैं उनसे दोबारा मिलूंगा. मुझे लगता है कि हमें भी सत्ता साझा करने का मौका मिलना चाहिए."


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