Ramdas Athawale on Raj Thackeray: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने महाकुंभ और गंगा जल पर एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे राजनीतिक बहस छिड़ गई है. राज ठाकरे के ऐसे बयान से पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही असहमति जताई है. इसी बीच आरपीआई प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का भी बयान आया है. 


राज ठाकरे के महाकुंभ वाली टिप्पणी पर राज ठाकरे ने कहा, "यह श्रद्धा का विषय है, मैं राज ठाकरे के बयान से सहमत नहीं हूं." ऐसी ही असहमति बीजेपी, शिवसेना और शिवसेना यूबीटी के नेताओं ने भी जताई है. 


दरअसल, राज ठाकरे ने विवादित बयान देते हुए महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं को लेकर यह कह दिया था कि लोगों को अब अंधविश्वास छोड़ देना चाहिए. उन्होंने दावा किया था कि गंगा में करोड़ों लोगों के स्नान के बाद वहां का पानी गंदा हो गया है, जिसे वह कभी छूना पसंद नहीं करेंगे. 


मायावती और भतीजे आकाश आनंद पर रामदास अठावले
दरअसल, केंद्रीय मंत्री शनिवार (9 मार्च) को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे. यहां उन्होंने यूपी की सियासत में चल रही उठापटक पर भी अपनी टिप्पणी की. दलित नेता रामदास अठावले ने मायावती और भतीजे आकाश आनंद के बीच चल रही अनबन पर कहा कि वह चाहते हैं आकाश आनंद उनकी पार्टी जॉइन कर लें.


रामदास अठावले ने कहा, "मैंने आकाश आनंद को आरपीआई में शामिल होने को कहा है. मैं आकाश आनंद से आरपीआई में आने के लिए बात करूंगा. कोशिश करूंगा कि उनसे संपर्क हो सके."


'दलितों पर अत्याचार रोके जाने चाहिए'
इस दौरान केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने दलितों पर होने वाले अत्याचार को लेकर कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए. दलितों पर अत्याचार न हो, इसके लिए हमारी कोशिश जारी है.


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