Chhatrapati Shivaji Statue Collapsed: महाराष्ट्र के मालवण में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने का मामला शांत नहीं पड़ रहा है. इस मसले पर केंद्रीय मंत्री और NDA के सहयोगी रामदास अठावले ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने रविवार (1 सितंबर) को कहा कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा के निर्माण का काम एक अनुभवहीन मूर्तिकार को सौंपना गलत फैसला था.


उन्होंने यह बात तटीय सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में बनी शिवाजी की प्रतिमा के गिरने की घटना के कुछ दिनों बाद कही है. मालवण तालुका में किले का दौरा करने के बाद केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ने घटना की विस्तार से जांच की मांग की.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अठावले ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'अनुभवी मूर्तिकारों की कोई कमी नहीं है, फिर एक नौसिखिए को जिम्मेदारी क्यों दी गई?' इस घटना को अक्षम्य बताते हुए उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और नौसेना के संबंधित अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए.


बता दें कि मुंबई से करीब 480 किलोमीटर दूर मालवण तहसील के राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा 26 अगस्त को ढह गई थी. इसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार दिसंबर 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर किया था.


इस मसले को लेकर को महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के गठबंधन महा विकास आघाड़ी (MVA) ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के विरोध में प्रदर्शन करते हुए मार्च निकाला. इस दौरान नेताओं ने मूर्ति ढहने की घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी की माफी को खारिज कर दिया. जोड़े मारो आंदोलन' (चप्पल से मारना) के दौरान एमवीए के घटक दलों शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस के बीच एकजुटता दिखाई दी.


राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले इस मामले को लेकर MVA और सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के बीच टकराव बढ़ गया है. सत्तारूढ़ बीजेपी ने भी, विपक्ष पर इस मामले पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष के नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव में इन्हें सबकुछ पता चल जाएगा.


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