Maharashtra: महाराष्ट्र के इस अहम मुद्दे पर सियासी हलचल, CM एकनाथ शिंदे ने शरद पवार को किया फोन
Ratnagiri Refinery News: रत्नागिरी में रिफाइनरी परियायोजना का बारसू गांव के लोग विरोध कर रहे हैं. इस विरोध का शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस समर्थन कर रही है. ये दोनों दल एनसीपी की सहयोगी है.
Ratnagiri Refinery Update: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने रत्नागिरी में बारसु रिफाइनरी के विरोध के मुद्दे पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ बुधवार (26 अप्रैल) को टेलीफोन पर बातचीत की. इस बात की जानकारी महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी है. बता दें कि इससे पहले शरद पवार ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार को तटीय रत्नागिरी जिले में रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहे स्थानीय ग्रामीणों से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी मुद्दा नहीं सुलझता है तो वैकल्पिक स्थान का पता लगाया जाना चाहिए.
इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत के उनसे मुलाकात करने के बाद पवार ने पत्रकारों से बात की. मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर रत्नागिरी जिले की राजापुर तहसील में बारसू गांव के निवासी परियोजना का विरोध कर रहे हैं और महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में एनसीपी की सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस उनका समर्थन कर रही हैं.
शरद पवार ने कहा कि उनकी पार्टी ने कोंकण में विकास परियोजनाओं का विरोध नहीं किया लेकिन स्थानीय लोगों के विचार जानना बेहद जरूरी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘सरकार को यह पता लगाने की जरूरत है कि स्थानीय लोग नाराज क्यों हैं... उनसे बातचीत करना ही एकमात्र समाधान है. यदि बातचीत के माध्यम से मामला हल नहीं होता है, तो एक वैकल्पिक स्थान ढूंढना चाहिए.’’
राज्य सरकार ने तर्क दिया है कि उद्धव ठाकरे जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने मूल स्थल नाणार के बजाय बारसू को विकल्प के रूप में सुझाया था. इस पर पवार ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझसे मिलने वाले उद्योग मंत्री उदय सामंत ने आश्वासन दिया कि कल बातचीत होगी. कल परियोजना स्थल पर केवल मिट्टी की जांच की जा रही थी.’’
शरद पवार ने कहा कि एनसीपी नेता घटनास्थल का दौरा करेंगे और स्थानीय लोगों से बात करेंगे. रत्नागिरी जिले के संरक्षक मंत्री सामंत ने संवाददाताओं से कहा कि परियोजना स्थल पर हिरासत में ली गईं महिला प्रदर्शनकारियों को रिहा कर दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ग्रामीणों से बात करेगी.’’