Maharashtra Tableau 2024: गणतंत्र दिवस के मौके पर इस साल क्या थी महाराष्ट्र झांकी की थीम? जानें इसके मायने
Happy Republic Day 2024: महाराष्ट्र की झांकी में छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया गया है. जानिए इस साल महाराष्ट्र की झांकी की थीम क्या थी.
India 76th Republic Day: राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस परेड के दौरान शुक्रवार को महाराष्ट्र की झांकी में छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा की गई ‘स्वशासन’ की स्थापना और उनके साम्राज्य में महिलाओं के प्रति सम्मान को मुख्य रूप से प्रदर्शित किया गया. झांकी में राजमाता जीजाबाई को युवा शिवाजी को शासन और राजनीति की शिक्षा देते हुए दर्शाया गया. छत्रपति शिवाजी महाराज ने बीजापुर की आदिलशाही सल्तनत से अलग अपना स्वतंत्र राज्य बनाया, जिसने मराठा साम्राज्य की नींव रखी.
झांकी में क्या दिखाया गया है?
झांकी में शिवाजी के अष्टप्रधान मंडल को दर्शाया गया, जिसमें कुछ महिलाएं दरबार में अपने मुद्दे उठाती नजर आईं. झांकी के पिछले हिस्से में छत्रपति शिवाजी, राजमाता जीजाबाई और अन्य दरबारियों को किलों और पृष्ठभूमि में शाही मुहर के साथ दर्शाया गया था. झांकी में छत्रपति शिवाजी के आज्ञापत्र और उनके शाही प्रतीक चिह्न को भी दिखाया गया. देश ने पिछले साल मराठा योद्धा शिवाजी के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ मनाई थी.
हर साल 26 जनवरी को आयोजित गणतंत्र दिवस परेड एक भव्य नजारा होता है जिसे देखने देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं. ये झांकियां भारत की सांस्कृतिक और सैन्य विविधता को प्रदर्शित करता है. परेड की सबसे प्रमुख विशेषताओं में से एक विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की झांकियों का प्रदर्शन है. ये झांकियां संबंधित क्षेत्रों या क्षेत्रों की थीम, उपलब्धियों और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए डिजाइन की गई हैं. लेकिन इन झांकियों का चयन कैसे किया जाता है और इनका महत्व क्या है?
झांकी की चयन प्रक्रिया
परेड के संचालन के लिए जिम्मेदार रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के अनुसार, झांकी के चयन के लिए एक मानक प्रक्रिया है. हर साल, आयोजन से कुछ महीने पहले, रक्षा मंत्रालय व्यापक विषय पर राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और विभागों से प्रस्ताव आमंत्रित करता है.